छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : चक्रधरपुर शहर के बीचों-बीच अवस्थित गुदड़ी बाजार में सोमवार की अहले सुबह आग लग गई। करीब दो घंटे की आग ने बाजार की रेडिमेड कपड़े की दुकान समेत 60 दुकानें स्वाहा कर दी। आग कैसे लगी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। एक अनुमान के मुताबिक इस घटना में दो करोड़ रूपये से अधिक का नुकसान हुआ है। घटना की खबर पाकर डीसी अरवा राजकमल और एसपी अनीस गुप्ता समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। विलंब से दमकल पहुंचने के कारण लोगों में आक्रोश देखा गया।

विलंब से पहुंचा दमकल

मामले की जानकारी मिलते ही अधिकारियों में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पोड़ाहाट सकलदेव राम सबसे पहले पहुंचे और जवानों की अगुवाई कर आग बुझाने के प्रयास में लग गए। अनुमंडल, सीआरपीएफ और जिला के वरीय अधिकारियों को आगलगी की घटना की सूचना दी गई। एंबुलेंस, पानी टैंकर और दमकल की व्यवस्था की गई। चक्रधरपुर के विधायक शशि भूषण सामड को यहां लोगों के कोपभजन का शिकार होना पड़ा। बारम्बार मांग के बावजूद चक्रधरपुर में स्थायी तौर पर दमकल की उपलब्धता नहीं होने के कारण लोगों ने विधायक से किसी भी तरह की बात करने से इंकार कर दिया।

भारी संख्या में जवान तैनात

चक्रधरपुर गुदड़ी बाजार में आगलगी की घटना के बाद ¨हसा को रोकने के लिए भारी संख्या में सुरक्षा बल को तैनात कर दिया गया। सुबह करीबन पौने सात बजे भारी संख्या में सीआरपीएफ के जवानों को बुलाया गया। साथ ही जिला पुलिस के जवान भी मुस्तैद किए गए। चक्रधरपुर गुदड़ी बाजार, पवन चौक, भगत सिंह चौक, उर्दू टाउन स्कूल, भारत भवन समेत अन्य जगहों पर भारी संख्या में फोर्स की तैनाती की गई।

डेढ़ साल पहले भी लगी थी आग

3 जनवरी 2016 को चक्रधरपुर गुदड़ी बाजार में आगजनी की घटना हुई थी। उस समय भी करीबन 27 दुकानें जलकर खाक हो गई थी। उस समय भी प्रशासन चक्रधरपुर में दमकल वाहन थाने में रखने की बात कही थी। कुछ दिन दमकल वाहन चक्रधरपुर में रखा गया, लेकिन प्रशासन उसे भी वापस चाईबासा बुला लिया। अगर चक्रधरपुर थाना में दमकल वाहन रहता तो आगलगी की घटना पर काबू पाया जा सकता था।