पति को मारकर घर में ही दफना दिया

MEERUT : गंगानगर में रिटायर फौजी राजेंद्र पटेल की दूसरी पत्नी काल बन गई। राजेंद्र ने अपने जिस प्यार के लिए घर छोड़ा, परिवार छोड़ा और बच्चे भी। उसी प्रेमिका पत्नी ने उसे मौत के घाट उतार दिया। उसने राजेंद्र का शव घर में वाश बेसिन के नीचे जमीन में गड्ढ़ा खोदकर दफना दिया। इससे पहले वह घर बेचकर जाती, राज खुल गया। पुलिस ने घर में खुदाई कराकर राजेंद्र की बॉडी को बाहर निकलवा लिया। कातिल पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

ये था सीन
गंगानगर में मकान नंबर जे/जी 431 रिटायर फौजी राजेंद्र पटेल का है। अभी यह मकान सेल हो चुका है। दोपहर में करीब दो बजे पुलिस पहुंची। दरवाजा खुलवाया और राजेंद्र की पत्नी वर्षा से उसके पति के बारे में पूछताछ शुरू हो गई। कुछ देर में सबकुछ सामने आ गया। वाश बेसिन के नीचे जो फर्श तोडक़र दुबारा फर्श बनाया गया था। इसके बारे में पूछताछ की गई। वह जगह खोदी गई। खुदाई में कुछ देर बाद ही बॉडी ऊपर नजर आने लगी। उसको किसी तरह बाहर निकाला गया। यह बॉडी राजेंद्र पटेल की थी। बॉडी से बदबू भी आ रही थी। घर के आसपास महिलाओं की आवाजें तेज हो चुकी थीं। वर्षा भी कबूल चुकी थी कि उसने अपने पति को मारकर यहां गाड़ दिया था।

राजेंद्र का परिवार
राजेंद्र मूल रूप से गुजरात का रहने वाला था। वो फौजी था। पांच साल पहले वह रिटायर हुआ था। उसकी पहली शादी गुजरात में ही उसके मां-बाप ने की थी। जो मर चुकी है। पहली पत्नी से उसके दो बच्चे हैं। पत्नी की मौत के बाद सहारनपुर में पोस्टेड था। जहां करीब ग्यारह साल पहले उसकी मुलाकात वर्षा नाम की युवती से हुई थी। दोनों में प्रेम प्रसंग हुआ और इन लोगों ने परिवार वालों से अलग बिना उनकी मर्जी के शादी कर ली। राजेंद्र पटेल करीब छह साल पहले रिटायर हुआ तो उसने गंगानगर में अपना मकान में बना लिया।

हां, मैंने ही मारा
वर्षा ने कबूल किया कि उसने ही अपने पति को मारा है। उसने उसे दाव से काट डाला। उसको मारने के बाद गड्ढा खोदकर दबा दिया। खुदाई में बाहर आई मिट्टी को भरकर पास में प्लाट में डाल दिया। इसके बाद इस गड््ढे को भर दिया। वारदात रविवार की रात ग्यारह बजे की बताई गई। जब उसके बच्चे सो चुके थे तो उसने इस वारदात को अंजाम दिया। उसने बॉडी को गलाने के लिए नमक भी मंगा ली थी। जो बॉडी के साथ डाल दी थी। फिर सोमवार को एक मिस्त्री को बुलाकर इस टूटे हुए फर्श को फिर से वैसा ही कराने को कहा। मिस्त्री ने उस खुदी हुई जमीन पर सीमेंट कर दिया।

ऐसे हुआ शक
राजेंद्र पटेल ने यह मकान बड़ौत में पट्टी चौधरान के राजेंद्र सिंह फौजी को बेच दिया था। जो आगरा में तैनात हैं। यह मकान तेरह लाख में बेचा गया था, जिसमें पहले एग्रीमेंट में चार लाख रुपए राजेंद्र पटेल को दिए थे। यह मकान राजेंद्र पटेल को तीस मार्च को खाली करना था। इसके चलते सोमवार को रजिस्ट्री होनी थी, जिसमें वर्षा किसी व्यक्ति के साथ रजिस्ट्री के लिए कचहरी पहुंची थी। यह मकान तीस मार्च को खाली करना था लेकिन वर्षा ने उसे पहले ही खाली करने की बात कही थी। इसके चलते रजिस्ट्री के बाद राजेंद्र सिंह की पत्नी मंजू साफ सफाई के लिए मंगलवार की सुबह मकान में पहुंची थीं। जहां उन्होंने वाश बेसिन के नीचे कच्चा फर्श देखा। इसके बारे में पूछा तो वर्षा ने बताया कि रसोई के पाइप में कुछ गड़बड़ हो गई थी उसे सही कराया था, इसलिए गड्ढा खोदा था।

खुल गया राज
राजेंद्र सिंह की पत्नी मंजू के शक की बिनाह पर पुलिस को तहरीर दी थी। उसमें उस जगह में कुछ दफनाए जाने की आशंका व्यक्त की गई थी। इसके बाद राजेंद्र पटेल के घर पुलिस पहुंची। जहां वर्षा से पूछताछ की गई तो उसने फिर भी यही बताया। लेकिन जब इस जमीन की खुदाई शुरू की गई और उसमें से कुछ खून दिखाई देने लगा.  कुछ देर में ही राजेंद्र पटेल की बॉडी बाहर आ गई थी। उसको पुलिस ने बाहर निकाला। उलट पलट कर देखा तो उसके शरीर पर वार किए गए थे।

हां, मैंने पति को मारा
ये कहानी टीपी नगर के शिवपुरम की है। मामला कुछ इस तरह खुला। 24 जून 2011 की रात एक बाइक सवार जानी के कलंजरी गांव में बरात चढ़त के बीच से होकर जाने की कोशिश कर रहा था। बाइक पर पीछे बैठे एक युवक ने बोरा पकड़ रखा था। जिसमें से खून टपक रहा था। बारातियों के पूछने पर ये दोनों युवक उसे छोडक़र फरार हो गए। बोरे के अंदर एक लाश थी। पुलिस पहुंची और पता चला कि यह लाश जानी कला के मुकेश की थी।

पत्नी ने दे दी पति की सुपारी
22 जून 2010 को कंकरखेड़ा में प्रॉपर्टी डीलर संदीप की गोलियों से भूनकर कर दी गई थी। जब मामला खुलकर सामने आया तो हत्यारा कोई और नहीं बल्कि उसकी पत्नी मोनिका थी। जिसने अपने प्रेमी अनिल के संग मिलकर पति की सुपारी दी थी।

 वो मुस्कुरा रही थी
25 दिसंबर 2011 को गांव उल्देपुर के जंगल में भट्टे के पास एक व्यक्ति का शव मिला था। जिसके गले में कपड़े का फंदा और सिर में चोट लगी थी। मृतक की शिनाख्त मैथना इंचौली के ब्रजपाल पुत्र सिरिया के रूप में हुई थी। हत्या उसकी पत्नी ऊषा और उसका दोस्त जानी खुर्द का योगेंद्र सैनी उर्फ भीमा ने की थी।

उसने बच्चों के सामने ही पति को मार डाला
12 मार्च 2012 जानी थाने के सिवाल खास में गुलजार पुत्र आस मोहम्मद ने दूसरी शादी शबाना से की थी। गुलजार प्लास्टिक कारोबारी और किसान था। उसके भाइयों की गाड़ी चलाने वाले नंगला कुंबा जानी के इसराइल से गुलजार की पत्नी शबाना से अवैध संबंध हो चुके थे। रात के समय जब बच्चे सो गए तो उसने अपने प्रेमी इसरायल को बुलाया और गुलजार की गला घोटकर हत्या कर दी।

प्रेमी संग पति को मार डाला
1 अगस्त 2011 को लावड़ के मोहल्ला खारा कुआं में कुंवरपाल पुत्र शोराज की हत्या उसकी पत्नी मधु उर्फ रूबी ने अपने प्रेमी संग मिलकर कर दी थी। जिसमें प्रेमी को लेकर इन दोनों के बीच तनाव चल रहा था। खुलासा हुआ तो फिर वही कहानी सामने आई। पत्नी ने पति को मौत के घाट उतार दिया था।

इसने बेटे का गला काट दिया
12 जून 2010 ब्रह्मपुरी में रहने वाली राबिया अपने पति से अलग रह रही थी। राबिया के चार बच्चे होने के बावजूद उसका प्रेम प्रसंग मुरादनगर के रहने वाले अहसान से हो गया। इस निर्दयी मां ने अपने प्रेमी संग मिलकर बेटे की ही गर्दन काट दी। पति को तो छोड़ा बेटे को भी मौत दे दी।