'दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट' के सर्वे में साइंस के 55 फीसदी स्टूडेंट्स ने माना सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग को सबसे बेहतर फील्ड

- 12वीं के सफल स्टूडेंट्स नहीं जाना चाहते पॉलिटिक्स में

- केवल 30 परसेंट ने कहा : कैरियर बनाने के बाद समाजसेवा करेंगे

सर्वे के सवाल

1. क्या आप राजनीति में जाना चाहेंगे - 95 त्‍‌न नहीं, 5 त्‍‌न हां

2. क्या आप सिविल सर्विसेज में जाना चाहेंगे - 90 त्‍‌न हां, 10 त्‍‌न नहीं

साइंस के स्टूडेंट्स से सवाल

आप किस फील्ड में जाना चाहेंगे

55 त्‍‌न सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग

15 त्‍‌न मैकेनिकल

10 त्‍‌न सिविल

20 त्‍‌न मेडिकल लाइन

कॉमर्स के स्टूडेंट्स से सवाल

आप किस फील्ड में जाना चाहेंगे

60 त्‍‌न चार्टर्ड अकाउंटेंट

30 त्‍‌न बैंकिंग सेवा

10 त्‍‌न सिविल सर्विसेज

RANCHI : राजनीति उन्हें ही शोभा देती है, जो इसके लिए बने होते हैं। इंजीनियर तो बस इंजीनियरिंग की ही सोचते हैं। उनके लिए पॉलिटिक्स कहीं से भी सूटेबल प्रोफेशन नहीं है। रांची के युवा पॉलिटिक्स के बारे में कुछ ऐसे ही विचार रखते हैं। रविवार को सीबीएसई बारहवीं की परीक्षा के परिणाम आने के बाद 'दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट' की टीम ने स्टूडेंट्स के बीच पचेफेशन च्वाइस सर्वे किया। इसमें भाग लेनेवाले स्टूडेंट्स में से 95 फीसदी ने साफ कहा कि उनके लिए परंपरागत फील्ड ही कैरियर का सबसे सटीक ऑपशन है। यानी, जो युवा साइंस से पढ़ रहे हैं, वे किसी न किसी ट्रेड के इंजीनियर बनेंगे और जो कॉमर्स के स्टूडेंट हैं, उनका सपना चार्टर्ड एकाउंटेंट बनना ही है।

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग आज भी पहली पसंद

सर्वे में साइंस के स्टूडेंट्स से जब पूछा गया कि वे किस स्ट्रीम में जाना पसंद करेंगे, तो 55 फीसदी का कहना था कि वे सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में जाएंगे। 15 फीसदी मैकेनिकल और 10 परसेंट सिविल और शेष 20 परसेंट मेडिकल लाइन में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं। जब स्टूडेंट्स से पूछा गया कि मौका मिलने पर क्या वे पॉलिटिक्स में जाएंगे, तो 95 फीसदी का जवाब 'नहीं' था। दूसरी ओर, जब स्टूडेंट्स से यह पूछा गया कि क्या आप अपने फील्ड में रहते हुए कभी यूपीएससी की परीक्षा देकर सिविल सर्विसेज में जाना चाहेंगे, तो 90 फीसदी ने 'हां' में जवाब दिया।

ग‌र्ल्स की पहली च्वाइस मेडिकल

सर्वे में शामिल 70 फीसदी ग‌र्ल्स ने अपनी पहली पसंद मेडिकल लाइन को ही माना। 20 फीसदी लड़किच्यों की च्वाइस बायोटेक और कंप्यूटर इंजीनियरिंग है। वैसे 10 फीसदी ग‌र्ल्स समय पर उचित फैसला लेने की भी बात करती हैं।

कॉमर्स स्ट्रीम के युवा चाहते हैं सीए बनना

कॉमर्स स्ट्रीम से 12वीं की परीक्षा पास कर चुके 60 फीसदी युवाओं का लक्ष्य चार्टर्ड एकाउंटेंट बनना ही है। इसके अलावा उनकच दूसरा च्वाइस बैंकर बनना है। बैंकिंग में अपना कैरियर बनाने की चाह रखने वालों की संख्या 30 फीसदी है। 10 फीसदी युवा सिविल सर्विसेज के लिए तैयारी करना चाहते हैं।