नई टेक्नोलॉजी का अविष्कार

वर्तमान में स्मार्टफोन और लैपटॉप आदि में लिथियम बैटरी का इस्तेमाल होता है। बेहतर परफार्मेंस देने की वजह से यह आज के इस टेक्नोलॉजी वाली दौर में इस बैट्री का प्रयोग काफी तेजी से हो रहा है। ऐसे में अब इसे और ज्यादा हाईटेक बनाने की तैयारी हो गई है। हाल ही में अमेरिका स्थित कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में एक नई टेक्नोलॉजी के तहत बैट्री पर शोध हुआ। जिसमें पाया गया कि भारत में लोकप्रिय लिथियम धातु से बनी बैटरी और ज्यादा अच्छा परफार्मेंस दे सकती हैं। आने वाले वक्त में यह कमरे के तापमान से चार्ज होगी। जिससे यह लैपटॉप और स्मार्टफोन के लिए बेहतर साबित होगी। यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर लिडेन आर्चर के साथ ग्रेजुएशन छात्र स्नेहाशीस चौधरी इस दिशा में शोध कर रहे हैं। इनके अलावा छात्र राहुल मंगल व आकांक्षा अग्रवाल भी इस शोध में शामिल हैं। ऐसे में प्रोफेसर लिडेन आर्चर का कहना है कि लगातार कई घंटे तक लैपटॉप और स्मार्टफोन पर बैट्री रुक पाना काफी मुश्िकल होता है।

दीवारों व मौसम के मुताबिक

आर्चर का कहना है कि कई बार ऐसी जगह पर लोग जाते हैं जहां पर बैट्री चार्ज करना संभव नही होता है। इस पर उनका कहना है कि ऐसे में अभी इस बैट्री की डिजाइन भी तैयार की जा रही है। जिसकी डिजाइन बनाना भी काफी कठिन काम साबित हो रहा है। इसे विभिन्न दीवारों के हिसाब व मौसम के हिसाब से ही बनाया जाएगा। जिससे की अगर काम करने के बाद आप अपना लैपटॉप और स्मार्टफोन रखते हैं तो वह कमरे के तापमान से उसकी बैट्री चार्ज हो जाएगी। वहीं इस संबंध में छात्र स्नेहाशीस चौधरी का कहना है कि यह बैट्री काफी लोकप्रिय होगी। लिथियम की यह बैट्री सोडियम और एलुमीनियम जैसी बैट्रीज की तरह ही काम करेगी। इस समय एलुमीनियम की बैट्री काफी काफी महंगी आ रही है। जिससे यह काफी उपयोगी और लोकप्रिय होगी।

inextlive from Technology News Desk