-कॉलेज से निकाले गए अस्थायी

कर्मचारी हो सकते हैं बहाल

-प्रिंसिपल ने इस बात के दिये संकेत, डीएम की मुहर लगना बाकी

BAREILLY

बरेली कॉलेज से सेवामुक्त किये गए 175 कर्मचारियों ने कई दिनों तक धरना-प्रदर्शन के बाद जंग जीत ली है। कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन कर्मचारियों के दबाव में बैकफुट पर है। लिहाजा, फ्राइडे को बोर्ड ऑफ कंट्रोल की हुई मीटिंग के बाद प्रिंसिपल ने बहाली के संकेत दे दिये हैं। हालांकि, सभी कर्मचारी बहाल नहीं किये जाएंगे। चर्चा यह भी है कि चहेते कर्मचारियों को ही काम पर वापस बुलाया जाएगा। बोर्ड के फैसले पर सैटरडे को डीएम की मुहर लगने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

स्टूडेंट्स ने प्रिंसिपल को रोका

बोर्ड ऑफ कंट्रोल की मीटिंग में डीएम को भ्ीा पहुंचना था, लेकिन वह किसी कारण से मीटिंग में नहीं पहुंच सके। लिहाजा, बाकी मेंबर्स ने कर्मचारियों के मसले पर फैसला करने के बाद डीएम की मुहर लगने के लिए सुरक्षित रख लिया। उधर, मीटिंग में तुरंत कोई फैसला न होता देख कर्मचारियों के समर्थन में धरनारत एबीवीपी के कार्यकर्ता भड़क उठे। उन्होंने मीटिंग से जा रहे प्रिंसिंपल अजय शर्मा की कार रोक लिया। कार्यकर्ताओं के उग्र रवैया को देखते हुए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें हटाया। हालांकि, इस दौरान पि्रंसिपल ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को कर्मचारियों के पक्ष में फैसला होने का इशारा कर दिया, जिससे उनका आक्रोश शांत हो गया। प्रिंसिपल ने कहा कि अब डीएम के फैसले का इंतजार कीजिए। इसके लिए मंडे को कॉलेज में फिर से मीटिंग होनी है।

नहीं मानें कर्मचारी

प्रिंसीपल के आश्वासन मिलने के बाद भी कर्मचारी नहीं मानें और धरना जारी रखा। कर्मचारियों को कहना है कि कॉलेज प्रशासन बार-बार मीटिंग को कैंसिल कर्मचारियों का शोषण कर रहा है। ऐसे में कॉलेज में तालाबंदी जारी रहेगी।