एसटीएफ ने प्रतापगढ़ से गिरफ्तार किए सुपारी किलर के कब्जे से दो पिस्टल समेत कारतूस बरामद किये

जनपद में अधिवक्ता की हत्या समेत चार सनसनीखेज वारदात को दे चुका था अंजाम

ALLAHABAD: जनपद प्रतापगढ़ से एसटीएफ ने एक अधिवक्ता समेत चार सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले सुपारी किलर को गिरफ्तार किया है। टीम ने उसके पास से दो पिस्टल, कारतूस, एक नली बंदूक, मोटर साइकिल व कई कागजात बरामद किये। बता दें कि एसटीएफ को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि जनपद में कई वारदात को अंजाम देने वाला एक सुपारी किलर किसी वारदात को अंजाम देने के इरादे से लालगंज थाना क्षेत्र स्थित लोनी नदी पुलिया से होकर जाने वाला है। इस सूचना पर एसटीएफ ने उक्त स्थान की घेराबंदी कर बाइक से आ रहे मो। मकसूद को मौके से दबोच लिया।

काफी दिनो से थी तलाश

अपर पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि सुपारी किलर लालगंज क्षेत्र के घरौना गांव के रहने वाले मो। मकसूद ने कई सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस और एसटीएफ को इसकी काफी दिनों से तलाश थी। एसटीएफ की पूछताछ में मो मकसूद ने बताया कि वह पिछले पांच साल से अपराध की दुनिया में है। सबसे पहले उसने 2015 में प्रधानी के चुनाव में विक्रम सिंह की हत्या उसके घर में घुस कर की थी। यह हत्या उसने डब्बू सिंह की प्रेमिका को लेकर की थी। इसके बाद हातिम पाठन की हत्या का बदला लेने के लिए यासिर, शोएब, जावेद उर्फ जब्बा के साथ मिलकर दिन दहाड़े बस में चुनमुन पाण्डेय की हत्या की। मार्च 2016 में अधिवक्ता जवाहर मिश्रा की हत्या की थी। यह हत्या उसने शशिकांत मिश्रा के कहने पर की थी। इसके एवज में उसे दो लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। पूछताछ में मकसूद ने बताया कि मार्च 2017 में उसने गैंग में आपसी विवाद और अशनाई के चलते उसके साथी रूस्तम, हसीन, अल्ताफ ने मिलकर यासिर की हत्या की। असलहों के बारे में बताया कि बरामद असलहा उसने वाराणसी से मंगवाया था।