समायोजन रद होने पर भड़के शिक्षामित्र, कार्य बहिष्कार

- संत कबीर नगर के बीएसए कार्यालय में तोड़फोड़, आगजनी

- अधिकांश जिलों में सड़क जाम और धरना-प्रदर्शन

LUCKNOW :

सहायक अध्यापक पद पर समायोजन रद होने से शिक्षामित्र भड़क गए हैं। शीर्ष कोर्ट के निर्णय के विरोध में शिक्षामित्रों ने बुधवार को प्रदेश भर में जमकर आंदोलन प्रदर्शन किया है। संत कबीर नगर के बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में गुस्साए शिक्षामित्रों ने आगजनी की, अन्य जिलों में धरना और सड़क जाम करने की सूचनाएं हैं। कार्य बहिष्कार कर रहे शिक्षामित्र प्रदेश सरकार से मांग कर रहे हैं कि उनको पद पर बरकरार रखने की दिशा में घोषणा करे। उधर शिक्षामित्रों की समस्या के समाधान के उद्देश्य से सरकार ने अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह को उनके राज्य स्तरीय प्रतिनिधिमंडलों से चर्चा के लिए अधिकृत किया है।

पूरे प्रदेश में जमकर हुआ बवाल

प्रदेश के संत कबीर नगर में भड़के शिक्षामित्रों ने बीएसए कार्यालय में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। आग से कार्यालय में रखे कंप्यूटर, अभिलेख, फाइलें आदि नष्ट हो गईं। इसके बाद शिक्षामित्रों ने नेदुला बाइपास पर राष्ट्रीय राजमार्ग करीब आधे घंटे तक जाम किया। इलाहाबाद व प्रतापगढ़ में नाराज शिक्षामित्रों ने तोड़फोड़ की है। प्रतापगढ़ में कचहरी में धरना देने के बाद नारेबाजी करते हुए अंबेडकर चौराहे पहुंचे, जिससे वहां जाम लग गया। कुछ शिक्षामित्रों ने बीएसए कार्यालय में तालाबंदी कर तोड़फोड़ की। उनका कहना था कि प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण उनकी नौकरी पर ग्रहण लगा है। इलाहाबाद में प्रभावित हुए शिक्षामित्रों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर आक्रोश जाहिर किया है। उधर, वाराणसी में प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय का शिक्षामित्रों ने घेराव शुरू कर दिया है। वहीं गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर के पास भी शिक्षामित्रों ने धरना दिया है। कानपुर में और आसपास के जिलों के शिक्षामित्रों ने शैक्षिक कार्य का बहिष्कार किया। कानपुर के करीब 500 एकल शिक्षक स्कूलों समेत करीब आठ सौ से ज्यादा विद्यालयों में ताला बंद रहा।

शिक्षामित्रों के प्रति सरकार का रवैया सहानुभूतिपूर्ण

बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जयसवाल सुप्रीम कोर्ट के आदेश की प्रति मंगवाई जा रही है। सरकार उसका परीक्षण कराएगी। फिलहाल तत्काल प्रभाव से कोर्ट के आदेश का पालन किया जाएगा। शिक्षामित्रों के प्रति सरकार का सहानुभूतिपूर्ण रवैया रहेगा। सभी शिक्षामित्रों से अपील की जाती है कि वे संयम और धैर्य बनाये रखें तथा किसी प्रकार की अप्रिय घटना न होने दें। राज्य सरकार ऐसे समाधान में विश्वास रखती है जिससे कानून की मर्यादा अक्षुण्ण रहे तथा समस्या का तर्कसंगत और विधिसम्मत समाधान संभव हो सके.उन्होंने बताया कि शासन द्वारा शिक्षामित्रों की समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से इनके राज्य स्तरीय प्रतिनिधिमण्डलों के साथ अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा को चर्चा करने हेतु अधिकृत किया गया है।