आई स्पेशल

- एकेटीयू ने किया स्टूडेंट्स को किया अलर्ट

- अब नहीं चलेगी कॉलेजों की गड़बडि़यां

स्वाति भाटिया

मेरठ- इस बार बीटेक, बीआर्क या बीफार्मा के लिए कॉलेज चुनने से पहले एकेटीयू की वेबसाइट पर उसे दिया गया रंग जरुर देख लीजिएगा। अगर कॉलेज के नाम के आगे रेड मार्क है तो यहां एडमिशन लेने से बचें। वहीं अगर कॉलेज के आगे वॉयलेट यानिकी बैंगनी रंग का मार्क है तो यहां आप बेझिझक एडमिशन ले सकते हैं। दरअसल इसबार एकेटीयू ने सबंधित सभी 636 सरकारी व नीजी इंजीनियरिंग कॉलेजों को विबोग्योर मॉडल पर ग्रेडिंग देने का काम शुरु हो गया है, जो दो महीने में पूरा कर दिया जाएगा।

ग्रेडिंग से बढ़ेगी कॉलेजों की दिक्कत

इस साल एकेटीयू से सबंधित कॉलेजों की कुल सीटों से करीब 20 हजार कम आवेदन आए हैं। इसके बाद एकेटीयू ने कॉलेजों पर काउंसिलिंग के बाद सीधे दाखिले पर पाबंदी लगा दी है और अब कॉलेजों की ग्रेडिंग जारी करने की तैयारी है। एकेटीयू से संबंधित कॉलेजों में केवल उन्हीं स्टूडेंट्स का दाखिला हो सकेगा जिन्होंनें यूपी के राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा यूपीएसईई या किसी अन्य प्रदेश के राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा में हिस्सा लिया हो। पिछले साल तक निजी कॉलेज काउंसिलिंग के बाद खाली सीटें अपने स्तर पर सीधे भर लेते थे।

प्रैक्टिकल में मनमाने अंक

अब अगर कोई परीक्षक प्रैक्टिकल में किसी स्टूडेंट को 75 फीसीद से ज्यादा नम्बर देगा तो उसे इसका कारण भी बताना होगा। कॉलेज स्टूडेंट की अटैंडंस भी नहीं छुपा सकेंगे। एकेटीयू ने सभी कॉलेजों को ऑनलाइन अटैंडंस भी मंगवाई है। 75 फीसदी से कम पर अगले साल की क्लास नहीं कर पाएंगे।

होगा ऑनलाइन ग्रेड अलाट

इस साल यूपीएसईईई की मेरिट के मुताबिक काउंसिलिंग शुरू होने से पहले ही सभी कॉलेजों को उनके ग्रेड रंग अलाट होंगे। शिक्षक, संसासधन, अकेडमिक, एक्टीविटी, कैम्पस प्लेसमेंट व फैकल्टी आदि का हाल कॉलेज का रंग देखकर लगाया जा सकेगा। इन मानकों पर सबसे बेहतर कॉलेज बैंगनी जबिक बेकार कॉलेज रेड कलर का होगा। एकेटीयू अपने स्तर पर कॉलेजों का कलर सहित सूची भी ऑनलाइन डालेंगा। कॉलेजों को उनकी क्षमता के अनुसार बैंगनी, नीला, आसमानी, हरा, पीला, नारंगी, लाल रंग दिया जाएगा।

क्या कहते हैं स्टूडेंट

अगर एकेटीयू हमें कॉलेज पहचानने में मदद करेगा तो इससे अच्छी तो कोई बात नहीं है। ये बहुत अच्छा है।

इशिता

इससे हमें फायदा होगा, सही कॉलेज पहचानने में मदद मिलेगी। साथ ही फालतू की वसूली से बचेंगें।

चेतन

इससे फर्जी कॉलेजों का खेल खत्म होगा। ये बहुत ही अच्छा प्रयास है। एकेटीयू ये बहुत अच्छा करने जा रहा है।

विदिशा

ये हमारे लिए बहुत फायदेमंद है इससे हमें कॉलेज पहचानने में सहायता होगी। इधर उधर भटकना नही पड़ेगा।

अंकिता

कॉलेज क्या कहते है

एकेटीयू ये बहुत अच्छा करने जा रहा है। अक्सर कई फर्जी कॉलेज स्टूडेंट्स को एडमिशन के नाम पर लूटते हैं और फिर उनके नाम पर स्कॉलरशिप लेते हैं।

अरुण, सीनियर इंचार्ज, फैकल्टी,मेरठ ऑफ इंजीनियरिंग कॉलेज मेरठ

एकेटीयू ये बहुत ही अच्छा करने जा रहा है। इससे स्टूडेंट्स को सही कॉलेज पहचानने में सहायता मिलेगी।

सुनील उपाध्याय, एडमिनिस्ट्रेट, कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नॉलोजी एंड इंफोरमेशन मेरठ