एजेंसियों में अब तक नहीं पहुंचे यूरो फोर सीएनजी इंजन वाले टैंपो-टैक्सी

बीस जुलाई से बंद करने का आदेश है एटी-बीटी सीरीज की गाडि़यां

ALLAHABAD: जहां से चले थे फिर वही लौट आए हैं। कमिश्नर ने आरटीए की पिछली बैठक में बीस जुलाई से एटी-बीटी सीरीज के टेंपो-टैक्सी को सीएनजी वाहनों से रिप्लेस करने का आदेश दिया था। जबकि अभी तक एजेंसियां नए वाहन उपलब्ध नहीं करा पाई हैं। ऐसे में अब टेंपो चालक क्या करें, उन्हें समझ नहीं आ रहा है।

प्रशासन को बरगलाया

शहर में करीब डेढ़ हजार एटी-बीटी सीरीज के टेंपो-टैक्सी हैं। इन्हें बीस जुलाई से बंद करने का आदेश पिछली आरटीए बैठक में दिया गया था। तब एजेंसी वालों ने वाहन उपलब्ध कराने का दावा किया था, लेकिन अब एजेंसियों में नए वाहन नहीं पहुंचे हैं।

सौ सीएनजी वाहन शहर में

डीजल-पेट्रोल से चलने वाले शहर में पांच हजार टेंपो-टैक्सी हैं। इसके बदले शहर में महज सौ सीएनजी वाहन हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार शहर में वहीं वाहन चलने हैं जो सीएनजी के साथ यूरो फोर भी हों।

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यहां भी फंसा है मामला

बहुत से पुराने वाहन ऐसे हैं जिन्हें पहले किसी और ने खरीदा और परमिट बनवाया। फिर बाद में उसने वाहन बेच दिया, लेकिन परमिट ट्रांसफार्मर नहीं हुआ। अब ऐसे चालकों की समस्या ये है कि वे दूसरे की परमिट पर वाहन कैसे खरीदें। चालकों की मांग है कि आरटीओ विभाग परमिट उनके नाम ट्रांसफर करे ताकि वे नए वाहन खरीद सकें। उन्होंने इसकी मांग कमिश्नर से की है।

एक महीने बाद फिर हम उसी समस्या पर अटक गए हैं। पुराने वाहन बंद होने का आदेश हो गया है और मार्केट में नए वाहन मौजूद नहीं हैं। इससे हजारों परिवारों की रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

रमाकांत रावत, महामंत्री, इलाहाबाद टेंपो-टैक्सी वेलफेयर यूनियन

बीस जुलाई से एटी-बीटी सीरीज के पुराने वाहनों को बंद करने का आदेश है। प्रशासन के आदेश के मुताबिक अब उन्हें शहर में नहीं चलने दिया जाएगा। शहर में अभी सौ से डेढ़ सौ सीएनजी वाहन चल रहे हैं।

प्रभाकर, परमिट इंचार्ज, आरटीओ