- ट्रेनों के इंतजार में परेशान हुए यात्री

- रुट डायवर्जन के चलते घंटों फंसे रहे यात्री

मेरठ। शनिवार को खतौली में हुए ट्रेन हादसे के बाद मेरठ सिटी स्टेशन पर अफरी तफरी का माहौल हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही एसएस से लेकर जीआरपी, आरपीएफ समेत स्काउट गाइड रिलीफ टीमें मेरठ से खतौली भेजी गई। हरिद्वार- देहरादून समेत मुम्बई, अंबाला, जालंधर आदि जाने वाले यात्री देर शाम तक स्टेशन पर ट्रेनों का इंतजार करते रहे लेकिन ट्रेन रदद होने के कारण उन्हें निराश होकर वापस जाना पड़ा।

मेरठ से नही था रिजर्वेशन

पुरी से हरिद्वार जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस में मेरठ सिटी स्टेशन से एक भी रिजर्वेशन नही था। हालांकि जनरल कोच में अनरिजर्वड कैटगरी का डाटा देर रात तक उपलब्ध नही हो सका। संभावना है कि मेरठ स्टेशन से काफी संख्या में खतौली, मुजफ्फरनगर जाने वाले दैनिक यात्री ट्रेन में चढ़े थे।

थमे शालीमार के पहिए

साढे पांच बजे करीब मेरठ सिटी स्टेशन से रवाना हुई शालीमार एक्सपे्रस कैंट स्टेशन पर ही थम गई। खतौली हादसे की सूचना मिलते ही शालीमार को कैंट स्टेशन पर ही रोक दिया गया। रात करीब साढे आठ बजे शालीमार को वापस सिटी स्टेशन लाया गया। वहां से पानीपत होते ही शालीमार को जम्मू रवाना किया गया। करीब दो घंटे तक शालीमार ट्रेन के यात्री कैंट स्टेशन पर ही ट्रेन में परेशान हाल बैठे रहे।

हादसे से बची जनशताब्दी

पुरानी दिल्ली से देहरादून जाने वाली जनशताब्दी एक्सपे्रस उत्कल की जगह हादसे का शिकार हो सकती थी। लेकिन 14 मिनट की देरी ने जनशताब्दी को हादसे से बचा लिया। रोजाना दोपहर 4.52 पर मेरठ सिटी स्टेशन पहुंचने के समय से जनशताब्दी शनिवार को करीब 14 मिनट देरी पहुंची थी। इसलिए 5.10 मिनट पर सिटी स्टेशन पहुंची उत्कल एक्सप्रेस को जनशताब्दी से पहले रवाना कर दिया गया। जब तक जनशताब्दी सिटी स्टेशन से कैंट स्टेशन तक पहुंची तब तक उत्कल के हादसे की सूचना आ गई और जनशताब्दी को भी कैंट स्टेशन पर रोक दिया गया। बाद में जनशताब्दी को वाया हापुड गजरौला मुरादाबाद के रास्ते देहरादून के लिए रवाना किया गया।

रिफंड के लिए कतारें

ट्रेन रद होने से सिटी स्टेशन पर अपने टिकट का पैसा रिफंड कराने के लिए टिकट काउंटर पर अलग से व्यवस्था की गई। लेकिन यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण काउंटर पर भीड़ लग गई। जनरल टिकट लेने वाली यात्रियों का पैसा रिफंड ना होने से यात्री निराश होकर वापस लौट गए।