मेरठ। उत्कल एक्सप्रेस से मेरठ से हरिद्वार जाने के लिए कुछ मिनट की देरी ने कई यात्रियों को हादसे का शिकार होने से बचा लिया। हालांकि, ट्रेन में भीड़ होने के कारण कई यात्री ट्रेन में चढ़ नहीं सके। जिससे वे हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गए।
उत्कल एक्सप्रेस में चढ़ने का प्रयास किया था, लेकिन ट्रेन की जनरल बोगी में भीड़ थी इसलिए ट्रेन में चढ़ नहीं सके। भगवान का शुक्र है कि हादसे का शिकार नहीं हो सके।
- देवेंद्र
ट्रेन में मेरठ स्टेशन से काफी संख्या में यात्री चढे़ थे। जनरल बोगी पूरी फुल थी। इसलिए ट्रेन में चढ़ नहीं सके।
- चंद्र
उत्कल कुछ मिनट ही देरी से आई थी लेकिन टिकट काउंटर पर भीड़ के कारण ट्रेन छूट गई।
- रामकुमार
खतौली तक जाने के लिए उत्कल का टिकट लिया था। लेकिन ट्रेन पकड़ नही पाए।
- धमेंद्र
बोगी पूरी भरी हुई थी करीब 50 से 60 यात्री मेरठ से बैठे थे उत्कल की जनरल बोगी में। भीड़भाड़ ज्यादा होने के कारण ट्रेन में चढ़ नहीं सके।
- डब्बू
रिफंड के लिए लगी कतार
ट्रेन रदद होने से सिटी स्टेशन पर अपने टिकट का पैसा रिफंड कराने के लिए टिकट काउंटर पर अलग से व्यवस्था की गई। लेकिन यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण काउंटर पर भीड़ लग गई। जनरल टिकट लेने वाली यात्रियों का पैसा रिफंड ना होने से यात्री निराश होकर वापस लौट गए।