- जीआरपी जंक्शन में महीनों से पड़ा है आर्मी जवानों के बॉक्स

BAREILLY:

बॉर्डर पर डटकर देश की रक्षा करने वाले आर्मी जवान खुद अपने ही सामान के प्रति बेफिक्र हैं। जीआरपी जंक्शन में पड़े बॉक्स जवान लेने ही नहीं आ रहे हैं। जवानों का यूं निश्चिंत होना जीआरपी के लिए मुसीबत बन गई है। क्योंकि, जवानों की अनुपस्थिति में जीआरपी बॉक्स किसी और को हैंडओवर भी नहीं कर पा रही है। ऊपर से जीआरपी थाने में पड़े बॉक्स के संरक्षण की जिम्मेदारी अधिकारियों को एक अलग ही टेंशन दे रही है।

2 बॉक्स बने मुसीबत

5 महीने पहले कुछ जवानों ने बरेली जंक्शन पर ट्रेन से सामान से भरा हुआ चार बॉक्स उतार दिये थे। उसे बाद ट्रेन पकड़ कर चले गये। लावारिस पड़े बॉक्स को जीआरपी ने अपने कब्जे में लिया। जीआरपी इंस्पेक्टर ने बरेली आर्मी अधिकारियों से संपर्क किया। आर्मी अधिकारियों ने किसी तरह से 2 बॉक्स संबंधित जवानों तक पहुंचवाया। 2 बॉक्स अभी तक जीआरपी थाने में ही पड़ा हुआ है।

नहीं आ रहा कोई दावेदार

जीआरपी लगातार बॉक्स को आर्मी को हैंडओवर करने के लिए प्रयासरत है, लेकिन जिन जवानों का बॉक्स है उन्होंने अभी तक एक बार भी जीआरपी से संपर्क नहीं किया। हालांकि, आर्मी की ओर से लगातार इंक्वॉयरी चल रही है। जीआरपी अधिकारियों ने बताया कि हर तीसरे-चौथे दिन आर्मी के जवान आते हैं और बॉक्स के बारे में पता कर चले जाते हैं। आर्मी का मामला होने के कारण जीआरपी बॉक्स खोलने की भी हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। ताकि, बॉक्स के अंदर सामान या कोई पहचान पत्र के आधार पर ही संबंधित जवानों से संपर्क साधा जा सके।

मैंने अभी हाल ही में ज्वॉइन किया है। इस लिए मुझे बॉक्स के बारे में कोई जानकारी नहीं है। कल ही मैं कुछ करता हूं।

नित्यानंद सिंह, इंस्पेक्टर, जीआरपी जंक्शन