- विकासनगर में मारी गई थी सुनील कुमार को गोली

- अब तक परिजनों ने नहीं दर्ज कराई एफआईआर

LUCKNOW :

विकासनगर में प्रोफेसर सुनील कुमार को गोली मारने वालों का अभी कोई सुराग नहीं लगा है। वहीं घायल के परिजनों ने इस मामले में एफआईआर भी नहीं दर्ज कराई है। छानबीन में पुलिस को एक युवक का नाम तो पता चला है पर पुलिस एफआईआर दर्ज होने का इंतजार कर रही है। सीसीटीवी फुटेज में प्रोफेसर पर हमला करने वाले दो युवकों को भी देखा गया है।

अब तक एफआईआर नहीं

इंस्पेक्टर विकास नगर सचिन गुप्ता ने बताया कि विकासनगर सेक्टर 5 निवासी सुनील कुमार पर हुए जानलेवा हमले के मामले में अभी तक परिजनों ने एफआईआर नहीं की है। वह खुद गुरुवार को घायल सुनील कुमार से मिलने ट्रामा सेंटर गए थे। बातचीत में अनुराग नाम के एक युवक से सुनील कुमार का विवाद सामने आया है। सुनील कुमार का कहना है कि इलाज के बाद वह खुद एफआईआर दर्ज कराएंगे।

गले में फंसी है गोली

इंस्पेक्टर विकासनगर ने बताया कि पुलिस अपनी तरफ से सभी पहलुओं पर छानबीन कर रही है पर कार्रवाई के लिए एफआईआर जरूरी है। उन्होंने बताया कि जैसे ही घायल या उनके परिवार की तरफ से रिपोर्ट होती है, वैसे ही इस मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी। फिलहाल घायल सुनील कुमार की हालत खतरे से बाहर है लेकिन गोली अभी भी उनके गले में फंसी है।

डाटा रिकवर के खेल तो नहीं हुआ हमला

सुनील कुमार उन्नाव के नवाबगंज स्थित श्रीराम मूर्ति इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर हैं। बुधवार शाम करीब 5.45 बजे वे कॉलेज से लौटने के बाद रिंग रोड स्थित विजय पैराडाइज होटल के सामने बस से उतरे। होटल के बगल से जाने वाली गली से वह पैदल जा रहे थे। पुलिस आशंका जता रही है कि सुनील डाटा रिकवर का भी काम करते थे। इसी मामले में तो उनके ऊपर जानलेवा हमला नहीं हुआ। पड़ताल के दौरान पुलिस को एक युवक से उनके विवाद की जानकारी मिली है। इस बिंदु पर भी विकास नगर पुलिस काम कर रही है।