- नगर निगम ने इस फाइनेंशियल ईयर में शहर के ऑटो स्टैंड के वसूली का नहीं दिया है ठेका, हर महीने हो रही लाखों की अवैध वसूली

- इस बड़ी रकम की वसूली कौन कर रहा, नगर निगम अंजान

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सिटी में ऑटो स्टैंड से जमकर वसूली हो रही है जबकि नगर निगम की ओर से इस फाइनेंशियल ईयर में कोई ठेका नहीं दिया गया। खास यह कि वसूली कौन कर रहा है, वसूली की धनराशि किसकी जेब में जा रही है, इसकी जानकारी नगर निगम के अफसरों को नहीं है। बिना ठेका जारी किये ही वसूली का खेल खुलेआम चल रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस वसूली से बेखबर नगर निगम को हर महीने लाखों रुपये रेवेन्यू लॉश हो रहा है।

दो दर्जन से अधिक हैं ऑटो स्टैंड

शहर में दो दर्जन के करीब ऑटो स्टैंड संचालित हैं। इसमें ठेके के माध्यम से नगर निगम वसूली कराता रहा है। इस वित्तीय वर्ष में अभी तक स्टैंडों से वसूली का ठेका नहीं हुआ है। सूत्रों की मानें तो प्रति माह दो लाख से अधिक की वसूली ऑटो स्टैंडों से होती है। बिना ठेका के नगर निगम को रेवेन्यू लॉश किया जा रहा है।

कर्मचारियों की है मिली भगत

शहर में नगर निगम द्वारा लगभग दो दर्जन स्थानों को चिन्हित कर आटो स्टैंड बनाया गया है। जिसका ठेका प्रत्येक वर्ष लाखों रुपये में होता है। इस बार भी सभी ऑटो स्टैंड के ठेके के लिए ठेकेदारों से आवेदन नगर निगम द्वारा लिया गया लेकिन अभी तक किसी को आवंटन नहीं किया गया। सूत्र बताते हैं कि विभाग के कुछ कर्मचारियों द्वारा पुराने ठेकेदारों से मिल कर अधिकारियों को गुमराह कर वसूली का खेल खेला जा रहा है। प्रतिदिन एक ऑटो से क्भ् रुपये की वसूली की जा रही है।

पुलिस से मांगी सहायता

बिना ठेका आवंटित किये अवैध वसूली रोकने के लिए नगर आयुक्त डॉ। श्रीहरि प्रताप शाही ने पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और सभी थानों को इसकी सूचना दे दी है। इसके अलावा विभागीय स्तर पर भी अवैध वसूली रोकने का प्रयास किया जा रहा है।

दूध मंडी में भी अवैध वसूली

इसी प्रकार नगर के दूध मंडियों में भी दूधिओं से वसूली हो रही है। रोजाना लाखों रुपये का राजस्व नुकसान नगर निगम को हो रहा है। इसकी शिकायत दूधिओं की संस्था ने नगर निगम के अफसरों से की है। लेकिन अवैध वसूली पर अभी तक लगाम नहीं लगा है। दूध मंडी में भी वसूली के लिए नगर निगम ठेका कराता रहा है। लेकिन बीते तीन साल से ठेका नहीं होने के बाद भी वसूली हो रही है।

आफिसियल वर्जन

शहर में चल रहे विकास कार्यो के चलते अभी ऑटो स्टैंड के लिए ठेका आवंटित नहीं किया गया है। स्टैंड के नाम पर ऑटो चालक और ठेकेदार विकास कार्यो में अवरोध बन सकते हैं। फिलहाल अवैध वसूली रोकने के लिए पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्र भेज दिया गया है।

अविनाश सिंह, तहसीलदार नगर निगम