- संक्रामक बीमारियों से प्रभावित इलाकों में नहीं हो रहा दवा का नियमित छिड़काव

- प्लानिंग लेवल की तैयारियां रह गयीं धरी

VARANASI

मौसम में उतार- चढ़ाव आने के साथ ही हर तरफ संक्रामक बीमारी का खतरा मंडराने लगा है। ऐसे इलाके खास हैं जहां पिछले वर्ष डेंगू और मलेरिया से लोगों को जान गंवानी पड़ी थी। फिलहाल इस वर्ष जिला प्रशासन की ओर से वॉर्ड और जोनल स्तर पर सभी तैयारियां धरी की धरी रह गयी। क्योंकि दो दिन पहले ही बड़ी गैबी स्थित वीडीए कॉलोनी में संक्रामक बीमारी से एक मासूम ने दम तोड़ दिया था। कुछ पेशेंट अभी भी जिले के गवर्नमेंट और प्राइवेट हॉस्पिटल में अपना इलाज करा रहे हैं।

टीम नहीं कर रही मूव

हर वर्ष संक्रामक बीमारियों के निशाने पर रहे जिले के विभिन्न इलाकों की दशा ठीक नहीं है। यहां जल जमाव और गंदगी की समस्या से इस बार भी जूझना पड़ रहा है। अप्रैल - अक्टूबर तक घोषित एपेडेमिक सीजन को लेकर फौरी तौर पर कार्य योजना को तैयार कर लिया गया। लेकिन वो अभी कागजों में ही सिमटा हुआ है।

प्रभावित इलाके

तेलियानाला, आदमपुर, कोनिया, जैतपुरा, बड़ी गैबी, नक्खीघाट, बजरडीहा, जोल्हा , अलईपुर, बड़ी बाजार और लोहता आदि इलाके शामिल हैं।

हाईलाइटर

- ब्म् मोहल्ले हैं संवेदनशील

- ख्फ्9 स्लम एरिया है संवेदनशील

- आठ रैपिड रिस्पांस टीम बनी

- ख्8भ् आशा कार्यकर्ती की भी है जिम्मेदारी

- क्0भ् एनएम फील्ड स्टाफ

- ख्7 क्षेत्र सेवक दवा छिड़काव के लिए

कार्य योजना के पार्ट

- प्रभावित इलाकों की मॉनिटरिंग

- रोग की वजह का पता लगाना

- संबंधित विभाग को अवगत कराना

- प्रभावित मोहल्ले में स्वास्थ्य शिक्षा देना

- एमओआईटी करते हैं रेगुलर विजिट

- स्वास्थ्य वर्धक दवाओं का वितरण

संक्रामक रोग की यहां दें सूचना

कंट्रोल नंबर - 99क्890क्ब्म्7

आफिसियल वर्जन

हॉस्पिटल में पेशेंट की संख्या के अनुसार टीम प्रभावित इलाकों की ओर रन करती है। वैसे भी हॉस्पिटल और पब्लिक प्लेसेज पर लोगों के बीच जागरूक किया जा रहा है।

जंग बहादुर सिंह, जिला उप प्रमुख चिकित्सा अधिकारी एवं नोडल अधिकारी स्वाइन फ्लू, संक्रामक रोग

पब्लिक वर्जन

पिछले वर्ष बड़ी बाजार इलाके में संक्रामक रोग के पेशेंट से आस-पास के हॉस्पिटल फुल थे, फिर भी यहां एहतियातन दवा का छिड़काव नहीं हो रहा है।

सुजीत कुमार

इस मौसम में लोहता में आये दिन ऐसे केस सामने आते हैं। पिछले वर्ष इलाके में दो लोगों की जान भी गयी थी। इस बार स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई टीम दौरा करने नहीं आयी। संजय पाल