- बीसीबी के आजाद हॉस्टल ने आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी

-क्रांतिकारियों ने कैंपस में बैठक कर बनाई थी आंदोलन की रणनीति

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BAREILLY बीसीबी के 'आजाद' हॉस्टल ने आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। स्वतंत्रता सेनानियों ने इसके आंगन में बैठक अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने की रणनीति तैयार की थी। साथ ही इसमें रहने वाले स्टूडेंट्स ने आजाद हिन्द फौज के सैनिकों को कानूनी मदद मिल सके, इसलिए चंदा भी भेजा था। हालांकि, कॉलेज मैनेजमेंट आजादी की इस निशानी को मिटाकर आधुनिक सुविधाओं से लैस नया हॉस्टल बनवाने में लगा है।

110 साल पुराना है हॉस्टल

आजाद हॉस्टल की नींव 110 साल पहले 1906 में रखी गई थी। एक साल के बाद 72 कमरों का निर्माण कार्य पूरा हुआ। इसमें स्टूडेंट्स के रहने के लिए 68 कमरे, एक स्टोर रूम, एक कॉमन रूम, एक गेस्ट रूम, एक वार्डन रूम, मेस बनी है। 1929 से 1943 तक स्वतंत्रता आंदोलन में आजाद हॉस्टल को योगदान काफी अहम है। हॉस्टलर दरबारी लाल शर्मा, सतीश कुमार, कृपा नंदन, रमेश चौधरी, कृष्ण मुरारी ने आजादी की लड़ाई में भाग लिया था। भारत छोड़ो आंदोलन में हॉस्टलर ने स्वतंत्रता सेनानियों को कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया। आजाद हिन्द फौज के सैनिकों को मुकदमा लड़ने के फंड की व्यवस्था हॉस्टलर ने की थी। इससे खफा होकर अंग्रेजों ने हॉस्टलर के रिकॉर्ड जला दिए थे। फ्रीडम फाइटर सरदार भगत सिंह के चाचा अजित सिंह लॉ के स्टूडेंट्स थे। उन्होंने हॉस्टल में रहकर अपनी पढ़ाइर्1 पूरा की।

बदहाली पर बहा रहा है आंसू

हॉस्टल की मियाद निकल चुकी है। जगह-जगह दीवारों में दरारें पड़ गई। दीवारों से प्लास्टर टूटकर गिरने लगा। छत से पानी टपकने लगा। हॉस्टलर ने इसकी शिकायत 2010 में कॉलेज मैनेजमेंट की, तो उसने मरम्मत करा दी, लेकिन कुछ ही दिनों बाद मरम्मत कार्य भी धोखा दे गया। हॉस्टलर ने फिर से अपनी समस्याओं को कॉलेज मैनेजमेंट को अवगत कराया। इस पर उसने फैसला लिया कि पुराने हॉस्टल को तुड़वाकर नया हॉस्टल बनाया जाए। कॉलेज मैनेजमेंट ने नए हॉस्टल का प्रस्ताव तैयार किया, जिसे प्रबंध समिति की बैठक ने पास कर दिया। इसके बाद हॉस्टल को तुड़वाने और बनवाने की कवायदें तेज हो गई। हॉस्टल खाली करा लिया गया है। कॉलेज मैनेजमेंट का कहना है कि स्टूडेंट्स पढ़ाई के साथ-साथ अब सुविधाओं पर भी ध्यान दे रहे हैं। इसलिए आधुनिक सुविधाओं से लैस हॉस्टल बनाया जाएगा। इसमें स्टूडेंट्स को वाईफाई की सुविधा मिलेगी। खेलने के लिए मैदान की व्यवस्था की जाएगी।