देश ही नहीं फॉरेन के भी हजारों स्टूडेंट्स पढ़ कर इंजीनियर बनने का अपना ख्वाब पूरा कर रहे हैं

VARANASI

वीआईटी यूनिवर्सिटी से आये डॉ। जयप्रकाश ने अपने वेल्लोर और चेन्नई कैंपस के बारे में स्टूडेंट्स को विस्तार से बताया। कहा कि वीआईटी में देश ही नहीं फॉरेन के भी हजारों स्टूडेंट्स पढ़ कर इंजीनियर बनने का अपना ख्वाब पूरा कर रहे हैं। पिछले साल चार हजार सीट्स के लिए दो लाख से अधिक कैंडीडेट्स एंट्रेंस टेस्ट में अपीयर हुए थे। उन्होंने बताया कि इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स की डिमांड पूरे दुनिया में है। आज के दौर में हर कोई एक्सपर्ट बनना चाहता है। खास बात यह है कि इंजीनियरिंग में अलग अलग ब्रांचेज भी बन रही हैं। करीब फ्भ्0 एकड़ में फैले कैंपस में जहां एक ओर इंजीनियरिंग की तमाम ब्रांचेज में पढ़ाई करायी जाती है वहीं यहां हॉस्टल, स्पो‌र्ट्स, लाइब्रेरी, लैब की इंटरनेशनल स्टैंडर्ड सुविधाएं मौजूद हैं। प्रोजेक्ट बेस लर्निग हमारी खासियत है। डॉ। जयप्रकाश ने बताया कि लास्ट इयर वीआईटी के सात स्टूडेंट्स का सेलेक्शन गूगल में हुआ है। यहां का प्लेसमेंट परसेंटेज 9ब्.भ् परसेंट से अधिक है। वीआईटी में एडमिशन की शुरुआत ख्7 नवंबर से हो रही है। ऑनलाइन एप्लीकेशन की सुविधा उपलब्ध है जिसके जरिये कोई भी एजीलिबल स्टूडेंट यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए फॉर्म अप्लाई कर सकता है।