-BHU कोर्ट की मीटिंग में मेंबर्स ने ट्रॉमा सेंटर को जल्दी से जल्दी शुरू करने पर किया मंथन

- बीएचयू के विश्व स्तर का यूनिवर्सिटी बनाने की दिशा में मेंबर्स ने की चर्चा

VARANASI : बीएचयू के स्थापना स्थल पर बन रहे ट्रॉमा सेंटर को मार्च में होने वाले कन्वोकेशन के पूर्व पूरी तरह तरह व्यवस्थित कर देने की तैयारी है। जिससे की कन्वोकेशन में आने वाले चीफ गेस्ट (संभवत: पीएम नरेन्द्र मोदी) से इसका उद्घाटन कराया जा सके। शुक्रवार को चांसलर कर्ण सिंह की अध्यक्षता में हुई बीएचयू कोर्ट की मीटिंग में कुछ इसी तरह की बातों पर गहन चर्चा हुई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोर्ट की मीटिंग में ट्रॉमा सेंटर में आ चुकी मशीनों के वारंटी की मियाद खत्म होने का भी मसला उठा। मेंबर्स की चर्चा में यह बात सामने आयी कि मशीनों की वारंटी बढ़ाने के लिए बीएचयू दस करोड़ रुपये खर्च करेगा।

शताब्दी समारोह होगा भव्य

इसके अलावा कोर्ट की मीटिंग में बीएचयू के शताब्दी समारोह को बेहतर बनाये जाने के लिए राष्ट्रीय लेवल की कमेटी बनाया जाना तय हुआ। सूत्रों के अनुसार मेंबर्स में देश के बड़े नामों को शामिल किया जायेगा। बीएचयू को विश्व के टॉप एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स के कतार में खड़ा कराने के लिए हर संभव बातों को अमल के स्तर पर लागू कराया जायेगा। कोर्ट मेंबर्स ने बीएचयू के ख्0क्फ्-क्ब् के एनुअल रिपोर्ट को अनुमोदित किया। मीटिंग में बीएचयू में बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाने जिसमें साइंस के साथ हर क्षेत्र में बेहतर रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए चर्चा हुई। इसके अलावा पिछले वीसी के कार्यकाल में शुरू हुई योजनाओं जैसे कन्वेंशन सेंटर, मालवीय कॉम्प्लेक्स आदि पर चर्चा हुई। मेंबर्स ने बीएचयू में चल रहे कार्यक्रमों का भी विवरण जाना और उन्हें जल्दी से जल्दी पूरा करने के बाबत मंत्रणा की।

दो घंटे चली मीटिंग

कोर्ट की मीटिंग तकरीबन दो घंटे चली। खास यह रहा कि पहली बार बीएचयू के चांसलर डॉ कर्ण सिंह कोर्ट की मीटिंग में उपस्थित रहे। बीएचयू कोर्ट में वर्तमान में ब्7 सदस्य हैं। जिनमें से ख्ख् मेंबर्स कोर्ट की मीटिंग में उपस्थित रहे। मीटिंग में वीसी प्रो जीसी त्रिपाठी के अलावा पूर्व वीसी प्रो वाईसी सिम्हाद्री, काशी विद्यापीठ के वीसी प्रो पृथ्वीश नाग, प्रो आरएन सरन, प्रो इंदिरा हर्वे, डॉ रुपा सिंह, प्रो बीबी भट्टाचार्या, प्रो आनंद कुमार, प्रो आरपी सिंह, प्रो संध्या सिंह आदि मेंबर्स उपस्थित थे।