नेपोटिज्म ज्ञानी भाई भतीजावाद का मतलब है किसी प्रतिष्ठित या धनी परिवारों के बच्चों और रिश्तेदारों को बिना योग्यता और स्किल के भी ऐसी फ़िल्में और अवसर दिलाने से है जिनमें काम करने वाले कई न्यू कमर आर्टिस्ट इन स्टार किड्स से ज्यादा काबिलियत होने के बावजूद दोयम दर्जे के रोल करने को मजबूर हो जाते हैं।


बॉलीवुड में नेपोटिज्म की बहस शुरु की थी कंगना रनोट ने। करण जौहर के फेमस टीवी शो पर कंगना ने उन पर यह आरोप लगाया था कि वह बॉलीवुड में नेपोटिज्म को सबसे ज्यादा बढ़ावा देते हैं और उनकी ही वजह से तमाम ऐसे एक्टर फिल्म स्टार बन गए हैं जिनके पास कोई काबिलियत नहीं है। है तो सिर्फ नेपोटिस्म का आशीर्वाद। है आइए जानें उन 10 स्टार एक्टर्स के बारे में जो नेपोटिज्म की बदौलत ही बॉलीवुड फिल्में हासिल कर पाए और बन पाए आज के सुपर स्टार।

 

अगर बॉलीवुड में नहीं होता नेपोटिज्म तो ये एक्‍टर शायद ही स्टार बन पाते!
आलिया भट्ट

बॉलीवुड के फेमस प्रोड्यूसर डायरेक्टर महेश भट्ट और सोनी राजदान की बेटी आलिया भट्ट के लिए फिल्मों में बिल्कुल भी पॉसिबल नहीं था। वजह थी उनका ओवरवेट होना, लेकिन अपने फेमस फिल्मी परिवार के सपोर्ट के कारण आलिया ने अपना वजन घटाया और फिर उन्हें करण जौहर की मूवी ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से बॉलीवुड में लॉंच किया गया। हालांकि अपनी शुरुआती फिल्मों में कामचलाऊ एक्टिंग के बाद आलिया ने अपनी मूवीज ‘उड़ता पंजाब और हाइवे’ से खुद को एक बेहतरीन एक्ट्रेस के तौर पर प्रूव कर दिया है।

 

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अर्जुन कपूर

फेमस हिंदी फिल्म प्रोड्यूसर बोनी कपूर के बेटे अर्जुन कपूर तो अपनी टीनएज लाइफ में इतने ज्यादा मोटे और थुलथुल रहे हैं कि फिल्मों में आना उनके लिए एक सपने से कम नहीं था। फिर भी अपने फादर के बैकअप के चलते उन्हें यशराज बैनर की फिल्म ‘इश्कजादे’ में लीड हीरो का रोल मिला। हालांकि अपनी डेब्यू मूवी के लिए अर्जुन कपूर ने काफी मेहनत करके अपना वजन काफी कम किया और बन गए बॉलीवुड के रफ एण्ड टफ एक्टर। अब तो अर्जुन की कई फिल्में हिट हो चुकी हैं।

 

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श्रद्धा कपूर
बॉलीवुड के फेमस कॉमेडियन और विलेन शक्ति कपूर की बेटी श्रद्धा कपूर का भी फिल्मी करियर अपने पिता के सपोर्ट से ही खड़ा हुआ। यूं तो श्रद्धा की खूबसूरती किसी हीरोइन से कम नहीं थी, लेकिन अपनी पहलीम मूवी ‘आशिकी 2’ में उनकी एक्टिंग बहुत ही औसत दर्जे की थी। खैर इतने दिनों में श्रद्धा ने ठीकठाक एक्टिंग सीख ली है और अब वो बॉलीवुड की लीड एक्ट्रेस बन चुकी हैं।

 

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वरुण धवन
बॉलीवुड में फैमिली कॉमेडी मूवीज बनाने के लिए मशहूर प्रोड्यूसर और डायरेक्टर डेविड धवन के बेटे वरुण धवन को शुरुआत में एक्टिंग न के बराबर आती थी, लेकिन अपने पिता के सपोर्ट के कारण उन्हें करण जौहर की मूवी ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से डेब्यू करने का मौका मिला। पिता द्वारा तमाम मूवीज में पुश करने का नतीजा ये है कि आज वरुण धवन बॉलीवुड के उभरते हुए सुपर स्टार हैं।

 

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आथिया शेट्टी
बॉलीवुड के टॉप एक्शन हीरो सुनील शेट्टी की बेटी आथिया शेट्टी को मिले पिता के सपोर्ट से पहली फिल्म मिली 2015 में। सलमान खान और सुभाष घई द्वारा प्रोड्यूस की गई मूवी ‘हीरो’ में उन्हें सूरज पंचोली के साथ डेब्यू करने को मौका मिला। वो मूवी बुरी तरह से फ्लॉप हो गई। खराब एक्टिंग के बावजूद काफी दिनों बाद फिर से उन्हें अनीस बज्मी की मूवी ‘मुबारकां’ में अर्जुन और अनिल कपूर के साथ काम करने का मौका मिला।

 

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सोनाक्षी सिन्हा
बॉलीवुड फेमस एंग्री यंगमैन एक्टर शत्रुघन सिन्हा की बेटी सोनाक्षी सिन्हा को अपने पिता के सपोर्ट से दमदार मूवी से ही डेब्यू करने का मौका मिला। सलमान खान की दबंग मूवी से हिंदी सिनेमा में डेब्यू करने वाली सोनाक्षी ने पहली ही मूवी से कमाल कर दिया। हालांकि पहली मूवी में ही सोनाक्षी की एक्टिंग काफी अच्छी रही। इसका ही नतीजा है कि उनके पास अच्छी मूवीज की कभी कमी नहीं रही। हालांकि नेपोटिज्म का आर्शीवाद लेकर बॉलीवुड में उतरे उनके भाई को सक्सेस का स्वाद अभी नहीं मिला।

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टाइगर श्रॉफ
बॉलीवुड के फेमस एक्टर जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर श्रॉफ के लिए फिल्मों में आना ही काफी मुश्किल लग रहा था। कई जगहों पर उन्हें ‘गे’ तक कहा गया। खैर इन सबके बावजूद टाइगर को हीरोपंती में कृति शैनन के साथ डेब्यू करने का मौका मिला। फिल्म में टाइगर ने खूब स्टाइल वाला स्टंट किया, लेकिन न फिल्म चली और न वो। फिर भी उन्हें फिल्मों में मौके मिलते रहे। बागी, हीरोपंती, फ्लाइंट जट और मुन्ना माइकल जैसी कई मूवीज में काम करके टाइगर बॉलीवुड में थोड़ा थोड़ा जम ही गए हैं।

 

अगर बॉलीवुड में नहीं होता नेपोटिज्म तो ये एक्‍टर शायद ही स्टार बन पाते!

सोनम कपूर
पॉपुलर एक्टर अनिल कपूर की बेटी सोनम, हीरोइन बनने की उम्र में काफी ओवरवेट थीं। खैर पापा अनिल कपूर के इफर्ट से सोनम को मिली पहली हिदी फिल्म संजय लीला भंसाली की ‘सांवरिया’। जिसमें उनके अपोजिट रणबीर कपूर भी डेब्यू कर रहे थे। यह मूवी भी कुछ खास नहीं चली। हालांकि बॉलीवुड की इस फैशन दीवा ने हार नहीं मानी। हाल ही में नीरजा मूवी में अपनी एक्टिंग के लिए सोनम को कई अवार्ड भी मिले हैं।


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अगर बॉलीवुड में नहीं होता नेपोटिज्म तो ये एक्‍टर शायद ही स्टार बन पाते!

इमरान हाशमी
बॉलीवुड मे नेपोटिज्म सच में है, इस बात की गवाही खुद देते हैं ‘इमरान हाशमी’। डायरेक्टर प्रोड्यूसर महेश भट्ट इमरान के अंकल हैं। अपने अंकल की ही बदौलत इमरान का फिल्मी करियर शुरु हुआ और चलता रहा। यह बात इमरान ने एक इंटरव्यू के दौरान खुद एक्सेप्ट की। जन्नत, राज रीबूट जैसी कई एवरेज मूवीज में काम करके इमरान अपना करियर सेट करने की कोशिश में लगे रहते हैं।   

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