अब तक अटूट
वेस्ट इंडीज की टीम के लिए खेलने वाले ट्रिनिडाड के क्रिकेट खिलाड़ी ब्रायन चार्ल्स लारा के नाम से कोई भी क्रिकेट प्रेमी अनजान नहीं है। अपने बेहतरीन करियर में वेस्ट इंडीज के लिए कप्तानी भी करने वाले ब्रायन लारा ने कई शानदार रिकॉर्ड बनाये हैं। इनमें से एक रिकॉर्ड है जिसे पिछले 12 सालों से कोई तोड़ना तो दूर उसके आसपास भी नहीं आ पाया है। ऐसा लगता है कि कोई खिलाड़ी शायद ही उसकी बराबरी कर सके, यानि ये रिकॉर्ड अब तक अटूट है।  लारा ने 12 साल पहले आज ही की तारीख 12 अप्रैल, 2004 को एंटीगुआ में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच खेलते हुए ये रिकॉर्ड बनाया था। ये क्रिकेट की सबसे बड़ी पारी कही जा सकती है जिसमें उन्होंने नाबाद 400 रन बनाये थे।
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12 साल पहले आज ही के दिन लारा ने बनाया था ऐसा रिकॉर्ड जो टूटना है मुश्‍किल

मैथ्यु हेडन का रिकॉर्ड तोड़ा
इस रिकॉर्ड के साथ लारा ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ मैथ्यू हेडन के 2003 की ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ 380 रनों की पारी के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था। मजेदार बात ये है कि हेडन ने अपना सबसे लंबी पारी का रिकॉर्ड लारा के ही 1994 में 375 रनों की पारी के कीर्तिमान को तोड़ कर बनाया था और 10 साल बाद लारा ने उसे वापस अपने नाम कर लिया। कह सकते हैं कि हेडन और लारा के मुकाबले में लारा जीत गए। ब्रायन लारा इस टेस्ट में वेस्ट इंडीज़ के कप्तान भी थे
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12 साल पहले आज ही के दिन लारा ने बनाया था ऐसा रिकॉर्ड जो टूटना है मुश्‍किल

बना सकते थे और बडा स्कोर
वैसे इस पारी की एक और खासियत थी। जब अपने 400 रन पूरा होते ही लारा ने वेस्टइंडीज टीम की ओर से पारी समाप्ति की घोषणा की थी तो उनके मन में कहीं ये विचार था कि वे इंग्लैंड से टेस्ट जीत सकते हैं। अगर उन्हें ये अंदेशा होता की इंग्लैंड ये टेस्ट ड्रॉ कराने में कामयाब हो जायेगा, जैसा की हुआ, तो वो शायद कुछ और देर बैटिंग करके अपना स्कोर और आगे ले जाते।
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रिकॉर्ड पारी से जुड़ी कुछ खास बातें
आइये इस अनोखी और शानदार पारी से जुड़ी कुछ रोचक बातें भी जानें। लारा ने अपनी पारी में 582 गेंदों का सामना किया, जिसमें 43 चौके और चार छक्के लगाए थे। एक और मजेदार बात ये है कि वे इससे पहले इंग्लैंड के ख़िलाफ़ इसी मैदान पर 1994 में 375 रनों की पारी खेल चुके थे। 12 सालों में एक बार के अलावा कोई बल्लेबाज़ लारा के इस रिकॉर्ड के आसपास नहीं पहुंचा। केवल जुलाई 2006 में श्रीलंका के महेला जयवर्धने ने कोलंबो में दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़ 374 रनों की पारी खेली थी। वरना कोई भी बल्लेबाज़ 350 रन भी नहीं बना पाया है। वैसे सबसे खास बात ये है कि अगर इंग्लैंड की ओर से डेब्यु कर रहे विकेटकीपर गैरिएंट जोंस ने 359 रन के स्कोर पर लारा का एक मुश्किल कैच ले लिया होता तो ये रिकॉर्ड ना बन पाया होता।

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