छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: टाटा स्टील लिमिटेड के ग्लोबल सीईओ सह प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन ने कहा कि ऑटोमोटिव इकाइयां में निवेश के लिए झारखंड से अच्छा माहौल कहीं नहीं मिलेगा। नरेंद्रन सोमवार को सेंटर फॉर एक्सीलेंस में केक कटिंग समारोह के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर प्लांट में अभी हम 10 मिलियन टन स्टील बना रहे हैं। एक मिलियन टन के लिए सरकार ने पर्यावरणीय स्वीकृति दी है। संयंत्रों को अपग्रेड कर 11 मिलियन टन के लिए तैयार किया जाएगा। अभी हमारा मेन फोकस कलिंगनगर पर है। कलिंगनगर को 23500 करोड़ का पूंजी निवेश कर आठ मिलियन टन तक लेकर जाएंगे। भूषण, इलेक्ट्रोस्टील व मोनेट इस्पात के अधिग्रहण को इच्छुक टाटा स्टील टीवी नरेंद्रन ने कहा कि भूषण स्टील, इलेक्ट्रो स्टील और मोनेट इस्पात जैसी कंपनियों का अधिग्रहण करने के लिए हम नीलामी की प्रक्रिया में जाएंगे। हम सरकार के नियामक संगठन की देखरेख में होने वाली नीलामी में बेहतरीन प्रयास को तैयार हैं।

चीन से आयात आधा होने से बड़ी राहत

टीवी नरेंद्रन ने कहा कि 2014-15 और 2015-16 में चीन से सस्ते स्टील का आयात इस्पात जगत के लिए चुनौतीपूर्ण मसला था। केंद्र सरकार ने 2017 में एंटी डंपिंग टैक्स लागू किया कर बड़ी राहत दी। चीन से हरेक माह 10 मिलियन टन स्टील आता था, अब 5 मिलियन टन आ रहा है। इसका फायदा कंपनी को मिल रहा है। नरेंद्रन ने कहा कि टाटा स्टील का विस्तारीकरण होगा तो और खदानों की जरूरत होगी। संशोधित एमएमडीआर एक्ट पारदर्शी है। 2030 के बाद हम लोगों को खदान के लिए नीलामी प्रक्रिया में जाना होगा। 2017 में ओडिशा में दो छोटी खदानों की नीलामी में भाग लिया था मगर सफल नहीं हुए। झारखंड में भी नई खदान के लिए प्रयास करेंगे।

टायो पर बोलना उचित नहीं

टीवी नरेंद्रन ने कहा कि टायो रोल्स बंद हो चुकी है। उस पर जो भी निर्णय होना था, हो चुका है। वे टायो रोल्स के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में नहीं हैं इसलिए इस मसले पर उनका कुछ भी बोलना उचित नहीं होगा। जहां तक केबुल की बात है तो चाहते हैं कि वह खुले। टीवी नरेंद्रन ने कहा कि भारत सरकार ने आधारभूत संरचना तैयार करने पर फोकस किया है। आधारभूत संरचना बनेगी तो स्टील की डिमांड बढ़ेगी। इससे प्लांट के भीतर उत्पादन लागत नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। लॉजिस्टिक खर्च कम करने के लिए आधारभूत संरचना जरूरी है। टीवी नरेंद्रन ने कहा कि नोटबंदी व जीएसटी से टाटा स्टील को लाभ ही हुआ।