- सीबीआई की अलग-अलग कई चार्जशीटों में जीएसवीएम के कई पूर्व स्टूडेंट्स के नाम शामिल

-दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने की पड़ताल, काकादेव स्थित कोचिंग मंडी के कई लोगों के भी नाम

KANPUR: देश के सबसे चर्चित घोटालों में शुमार मध्य प्रदेश के व्यापमं घोटाले का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है। सीबीआई ने इस घोटाले में अलग-अलग दर्ज केसेस की जांच पूरी कर ली है। जिसके बाद सीबीआई ने चार्जशीट लगाना शुरू कर दिया है। सीबीआई की चार्जशीट के कई महत्वपूर्ण प्वाइंट्स दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट के हाथ लगे। सीबीआई की चार्जशीट में कानपुर मेडिकल कॉलेज और काकादेव स्थित कोचिंग मंडी से जुड़े एक दर्जन से ज्यादा लोगों के नाम आए हैं। बता दें कि इस घोटाले की जांच के दौरान सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन यानि सीबीआई की टीम ने जीएसवीएम और कोचिंग मंडी से कई लोगों को गिरफ्तार किया था। जिन लोगों के नाम हैं इनमें से कई को सीबीआई अरेस्ट कर चुकी हैं लेकिन कई ऐसे भी हैं जो अब सीबीआई के राडार पर हैं और वो कभी भी अरेस्ट किए जा सकते हैं।

बाराबंकी से किया था अरेस्ट

नाम ने पब्लिश करने की रिक्वेस्ट पर सीबीआई के अधिकारी ने बताया कि व्यापमं घोटाले की जांच के दौरान एसआईटी ने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के कई पूर्व छात्रों व हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा काकादेव में कोचिंग चलाने वाले एचबीटीआई के पूर्व छात्र रमेश शिवहरे को गिरफ्तार किया था। जिसमें ये खुलासा हुआ था कि वह मध्यप्रदेश पीएमटी परीक्षा में सॉल्वर्स सप्लाई करने का रैकेट चला रहा था। शिवहरे अब वह बेल पर बाहर है। जीएसवीएम के एक पूर्व छात्र व सॉल्वर डॉ.वीरेंद्र मौर्या को कुछ दिन पहले ही सीबीआई ने बाराबंकी से गिरफ्तार किया है। उसका नाम चार्जशीट में शामिल है।

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2008 से 2012 बैच के

सीबीआई ने जिन तीन मामलों में चार्जशीट भोपाल की सीबीआई कोर्ट में दाखिल की है। पहली चार्जशीट में 490 आरोपी, दूसरी में 592 आरोपी और तीसरी में 95 आरोपी बनाए गए हैं। एमपीपीएमटी-2012 और 2013 के मामले में सबसे ज्यादा सॉल्वर्स को आरोपी बनाया गया है। 592 आरोपियों की चार्जशीट में 22 बिचौलिये और 48 परीक्षा निरीक्षक भी शामिल हैं। वहीं जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से जो पूर्व छात्र सबसे ज्यादा फंसे हैं वह 2008 बैच से लेकर 2012 बैच तक के हैं।

फैक्ट फाइल-

26 - मामलों में अब तक लग चुकी है चार्जशीट

113- जीएसवीएम के स्टूडेंट्स से हुई पूछताछ

15- पूर्व मेडिकल स्टूडेंट्स से भी हुई पूछताछ

35- जीएसवीएम के स्टूडेंट्स हुए गिरफ्तार

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123- स्कोरर्स की सीबीआई ने की पहचान

2000- स्टूडेंट्स बने आरोपी चार्जशीटों में

1177- आरोपी सीबीआई की तीन चार्जशीटों में

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सीबीआई की चार्जशीट में क्या खास-

- यह साफ हो गया कि घोटाले में शामिल रैकेटियर्स का नेटवर्क उत्तरप्रदेश में खासकर कानपुर, झांसी, लखनऊ में फैला था।

- कानपुर समेत प्रदेश के कई मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने वाले एमबीबीएस छात्र पैसे के लालच में सॉल्वर बन कर दूसरे की जगह पेपर देने गए।

- घोटाले में शामिल आरोपियों से लेकर रैकेटियर व सॉल्वर को 40-40-20 के अनुपात में पैसा मिलता था।

-जीएसवीएम में पढ़ चुके छात्र सत्येंद्र वर्मा को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने कबूला कि इंदौर में आशीष यादव के बदले परीक्षा में बैठने के लिए उसे 4 लाख मिले थे।