मरने वाले बच्चों की संख्या हुई पांच, एक अभी भी गंभीर

गांव में मचा कोहराम, मासूमों की मौत पर हर आंख नम

आगरा। थाना फतेहाबाद में हुए दर्दनाक हादसे में पांच मासूमों की जान चली गई। घटना के दौरान दो साल का मासूम भी वहां था। लेकिन दो मिनट पहले ही मां उसे लेकर घर के दरवाजे पर पहुंच गई। इसी के बाद बेकाबू ट्रक खोखे को अपनी चपेट में ले लिया। बच्चों के शव बुधवार को जब गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया। चारों तरफ चीख पुकार होने लगी।

दहलीज पर कदम रखते ही हादसा

शाम को सभी खोखे पर थे। भावना का दो साल का भाई राजकुमार रोने लगा। इस पर उसने मां कमलेश से कहा कि उसे घर पर छोड़ आए। उस दौरान भावना, बंटी, हिमांशु अपनी किताबों पर जिल्द चढ़ा रहे थे। आसमां, मोहिनी व अंजली उनका सहयोग कर रहे थे। भावना ने अपनी माँ से कहा कि भाई को घर सुला आओ और मेरे लिए खाना लेकर आना। इसी के बाद माँ राज कुमार को लेकर घर चली गई। उसने दहलीज पर पैर रखा ही था कि ट्रक ने खोखे को उड़ा दिया।

एक और बच्चे की मौत

इस हादसे में भावना 14 वर्ष, बंटी 12 वर्ष, हिमाशू 10, आसमा 8 वर्ष, मोहिनी 14 वर्ष को कुचल दिया। मौके पर उनकी मौत हो गई। अंजली घायल हो गई। मृतक भावना, बंटी व हिमाशू का पिता जगदीश बम्बई में हलवाई का काम करता है। परिजनों ने पिता को सूचना दे दी है। गांव बालो ने बताया कि भावना बंटी, हिमाशू मंगलवार को गाँव में स्थित वर्धमान पब्लिक स्कूल से बारह हजार रूपये देकर किताबे लेकर आये थे। उन्हें क्या पता था कि अब उन किताबों पर पढ़ नही पायेगे।

मेहनत मजदूरी कर पाल रहा था

आसमा व मोहिनी घर के पास स्थित प्राथमिक विद्यालय में पढ़ते थे। आसमा नौ भाई बहिन है, इसमें वह चौथे नम्बर की थी पिता मजदूरी कर घर का पालन पोषण करता है। मोहिनी चार बहन में सबसे बड़ी थी। पिता मेहनत मजदूरी कर परिवार चलाता है।

अधिकारियों को छोड़कर भाग गए थे सिपाही

मंगलवार की रात फतेहाबाद के गांव गढ़ी गोदना में कोहराम भरी रात थी। हादसे के बाद जब ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया तब हमराही अधिकारियों को छोड़ कर भाग गए। पुलिस बंटी के शव को लेकर जाने लगी तब लोगों में आक्रोश फूट पड़ा। लोगो ने हाथो मे पत्थर व डण्डे लेकर हंगामा कर दिया। अचानक पत्थर चलने से अधिकारियों की स्थिती खराब हो गई उन्होने किसी तहर छुप कर जान बचाई।

इंस्पेक्टर और एसआई फंसे भीड़ में

यदि पुलिस के हाथ में टार्च व हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर होता तो यह नौबत नही आती। भीड़ में सीओ फतेहाबाद, प्रभारी निरीक्षक फतेहाबाद, प्रभारी निरीक्षक निबोहरा सहित एसएसआई फंस गए। वह किसी तरह वहां से निकल सके। वहीं एसआई सहित दो पुलिस कर्मियों पर लोगों ने गुस्सा निकाला। इसके बाद एसपी ग्रामीण नित्यानन्द सहित एक ट्रक पीएसी फायर सर्विस की गाड़ी सहित थाना ताजगंज, शमसाबाद, डौकी, पिनाहट, बसई अरेला आदि थानों को फोर्स मौके पर पहुंच गया। पथराव में पुलिस की जीप का शीशा जेसीबी का शीशा टूट गया।

शमसाबाद से आलू भर कर आ रहा था ट्रक धिमश्री से हुआ बेकाबू

पाँच बच्चों को कुचलने वाला ट्रक शमसाबाद से आलू भर कर आ रह था। वह धिमश्री से बेकाबू हो गया। रास्ते में कई चार पहिया व दो पहिया वाहन उसकी चपेट में आने से बचे। खोखे से पचास फीट दूर से सड़क की कच्ची पटरी पर तेजी से दौडता हुआ खोखे में जा घुसा। खोखे के साथ खाई में गिर गया। लोगों ने बताया कि चालक शराब के नशे में ट्रक चला रहा था। बताते है कि चालक बगल में बेठा था और उसको घायल अवस्था में निकाला गया। उसके पैर मे गंभीर चोट बताई जा रही है।

गांव में नहीं जला चूल्हा

वीभत्स घटना के बाद से गाँव में सन्नाटा पसरा हुआ है। घटना स्थल के पास ही तीनों के घर हैं। यहां पर जगह जगह लोग बैठे है सैकड़ों की संख्या में महिलाए विलाप कर रही हैं। पूरे गांव मे किसी के घर चूल्हा नहीं जला। गांव मे स्थित दोनो विद्यालय बन्द रहे। लोगों का कहना है कि ऐसी घटना यहां पहले कभी नही हुई थी। लोग घायल बेटी अंजली पुत्री किताब सिह के लिए दुआ माँग रहे है कि जल्दी ठीक हो जाए। हॉस्पीटल में अंजली का ईलाज चल रहा है उसकी हालत गंम्भीर बनी हुई है। मृतका भावना के चाचा राकेश ने ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।