- आरटीओ की मनमानी से स्कूल बच्चे परेशान

- गाड़ी की जांच के नाम पर लगा रहे आधे-आधे घंटे

आगरा। स्थान- गुरु का ताल, दिन- गुरुवार, समय- दोपहर 2.43 बजे। सर्विस रोड की आधी सड़क पर एआरटीओ की गाड़ी खड़ी है। आरटीओ कर्मी दौड़- दौड़कर स्कूली गाडि़यों की धरपकड़ में लगे हुए हैं। ऐसे ही कई स्कूली वाहन दाएं-बाएं खड़े हुए हैं। एआरटीओ गाड़ी पर बैठकर ही स्कूली गाडि़यों के कागजातों को देखने में तल्लीन हैं। वहीं दूसरी ओर स्कूली गाडि़यों पर आधे-आधे घंटे से बैठे पसीने से तरबतर हो चुके बच्चे कह रहे हैं कि अंकल प्लीज जाने दो, बहुत गर्मी लग रही है। लेकिन उनकी हालत पर आरटीओ के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक को तरस नहीं आया। वे सरकारी आदेश का हवाला देकर परेशानी का सबब बने रहे। इस बीच आने-जाने वाली पब्लिक को भी परेशान किया गया।

गिड़गिड़ाए बच्चे फिर भी असर नहीं

एक बार फिर अनफिट स्कूली वाहनों को लेकर अभियान शुरू किया गया है। गुरुवार को तपती दोपहर में स्कूली वाहनों के खिलाफ चेकिंग का अभियान छेड़ा गया। गुरु के ताल गुरुद्वारा के सामने ही स्कूली वाहनों को रोका गया और गाडि़यों की चेकिंग के नाम पर आधे-आधे घंटे तक लगाए गए। अधिकारियों से बच्चों ने गाड़ी छोड़ने की मिन्नतें भी की, लेकिन उन पर कोई असर नहीं हुआ। आरटीओ का अमला आदेश के नाम पर कार्रवाई को लेकर अड़ा रहा। दूसरी ओर बच्चे परेशान होते रहे।

खुद तोड़ते रहे नियम

स्कूली वाहनों को नियम-कायदा सिखाने उतरा आरटीओ का अमला स्वयं की नियम को तोड़ता रहा। एआरटीओ ने बीच सर्विस रोड पर अपनी गाड़ी खड़ी कर दी। वहीं आरटीओ कर्मी स्कूली गाडि़यों को भी बीच सड़क पर ही खड़ी करके कागजात देखने में आतुर रहे, जबकि ड्राइवर सड़क किनारे गाड़ी पार्क करने की गुजारिश करते रहे।

आधे-आधे घंटे करते रहे इंतजार

गुरु के ताल गुरुद्वारा साइट से जो भी स्कूली बस, वैन या अन्य गाडि़यां निकली। उन्हें आरटीओ के सिपाहियों ने दौड़ाकर पकड़ा। उनके कागजातों को देखने के नाम पर आधे-आधे घंटे का समय लगाया। इस बीच बच्चे बहुत परेशान हुए।

खानापूर्ति के लिए सिर्फ कार्रवाई

विभाग की ओर से कार्रवाई सिर्फ कोरम पूरा करने के लिए किया जाता है। अनफिट गाडि़यों का चालान करके शासन को रिपोर्ट भेज दी जाती है। इनकी फिटनेस की दोबारा सुध नहीं ली जाती है। इतना ही नहीं ये ही अनफिट गाडि़यां उन्हीं हालातों में स्कूली बच्चों को लेकर सड़कों पर दौड़ती हैं। ये अधिकारियों के मिलीभगत से होता है।

स्कूल या सुबह कर सकते हैं जांच

सरकारी आदेश का पालन कराने के लिए आरटीओ स्कूलों में जाकर गाडि़यों की फिटनेस व कागजात चेक कर सकता है। वहीं औचक निरीक्षण सुबह के वक्त भी कर सकते हैं। लेकिन अनफिट गाडि़यों के मालिकों और आरटीओ के बीच में बच्चों को पीसा जा रहा है।