एक्सक्लुसिव न्यूज

- थर्ड जेंडर ने पीएम मोदी समेत सीएम और आलाधिकारियों को लिखा पत्र

- मिशन में थर्ड जेंडर को शामिल करने से मुहिम प्रभावी होने की जताई संभावना

BAREILLY:

खुले में कूड़ा डाला या शौच करते मिले तो थर्ड जेंडर 'शिल्पा' आपके घर पहुंच सकती है। क्योंकि पीएम मोदी के स्वच्छ भारत मिशन में अब थर्ड जेंडर के शामिल होने की भी संभावना है। बरेली के किन्नर समाज ने पीएम मोदी, सीएम योगी समेत जिले के आलाधिकारियों को पत्र लिखकर मिशन में शामिल करने की मांग की है। सीडीओ ने थर्ड जेंडर को शामिल होने पर मिशन के इफेक्टिव होने की बात कही है। क्योंकि थर्ड जेंडर अपनी चिर परिचित शैली में लोगों को अवेयर करेंगे।

जागरूक नहीं हो रहे लोग

पीएम मोदी और सीएम को पत्र लिखने वाली किन्नर सरोज के मुताबिक स्वच्छ भारत मिशन अभियान पूरे देश में चलाया जा रहा है। लेकिन 2 वर्ष से ज्यादा गुजरने के बाद भी अभियान का असर 10 प्रतिशत तक भी नहीं पहुंच सका है। जिसकी मुख्य वजह लोगों में जागरूकता की कमी है। लोग भी अपनी पुरानी अवधारणा में घिरे हुए हैं। जब तक इसके लिए उन्हें सरेआम बदनाम नहीं किया जाएगा तब तक अवेयरनेस नहीं आएगी। थर्ड जेंडर की मुहिम से मिशन में रंग भरेंगे। कहा है कि किन्नर समाज के शामिल होने के बाद अभियान का असर कई गुना बढ़ेगा।

महिलाओं में अवेयरनेस जरूरी

किन्नर समाज द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि किन्नर में लिंगभेद की अड़चन न होने से महिला और पुरूषों दोनों को ही अवेयर करने में सक्षम हैं। जो अपनी चिर परिचित किन्नर शैली से स्वच्छ भारत अभियान के फायदे और खुले में शौच की समस्या को समझाने में सक्षम रहेंगे। क्योंकि जागरूकता अभियान निष्प्रभावी की जिम्मेदारी पुरुषों को मिली थी। जो महिलाओं को सुबह शौच या कूड़ा सड़क पर फेंकने से मना नहीं कर सके। जबकि महिलाओं को ही इस मामले पर सर्वाधिक अवेयर करने की जरूरत है।

शहर समेत 2 सौ गांव से शुरू

कन्या सुरक्षा विकास समिति के प्रबंधक शमीम खान ने बताया कि पीएम मोदी और सीएम योगी से आदेश मिलने के बाद किन्नर समाज अवेयरनेस की मुहिम शुरू करेगा। इसमें शुरुआत बरेली शहर, सीबीगंज, भोजीपुरा, बिथरी और भुता ब्लॉक के करीब 2 सौ गांव में ओडीएफ और सफाई की अलख जगाने के साथ होगी। इसके बाद जिले के अन्य ब्लॉकों में इस अभियान को संचालित किया जाएगा। कहा कि किसी शुभ कार्य पर गीत गाने और नाचने के लिए पहुंचने वाले किन्नर भी वहां लोगों को पीएम के पावन अभियान के प्रति अवेयर करेंगे।

एक नजर में।

- वर्ष 2015 में शुरू हुआ मिशन

- 3 वर्ष में 24 गांव ही हैं ओडीएफ

- 1193 हैं बरेली में ग्राम पंचायत

- 22 सौ से ज्यादा है जिले में गांव

- 43 वॉर्ड शहर के हुए हैं ओडीएफ

- 80 वॉर्ड हैं नगर निगम सीमा में

- 9.5 लाख है शहरी क्षेत्र की आबादी

- सड़कों पर कूड़ा फेंक रहे हैं निवासी

- निवासियों में जागरुकता की है कमी

- थर्ड जेंडर अब मिशन में करेंगे सहयोग

थर्ड जेंडर भी हमारे समाज के अभिन्न अंग हैं। अगर वह मिशन में शामिल होना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। क्योंकि थर्ड जेंडर के शामिल होने से मिशन प्रभावी होने की संभावना है।

सत्येंद्र कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी