-कलेक्ट्रेट में बाबू जींस पहनकर पहुंचे ऑफिस, खा रहे थे पान-मसाला

-निरीक्षण में बाबू जींस पहनने के साथ खाता मिला गुटखा, विकास भवन में भी पकड़े बाबू

>BAREILLY: सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश दिए हैं कि विभाग में गुटखा-पान मसाला न खाएं और जींस पहनकर ऑफिस पहुंचे। बावजूद इसके कई कर्मचारी अपनी हनक जमाने के लिए निर्देश नहीं मान रहे हैं। फ्राइडे को भी स्पेशल लैंड एक्यूजमेंट ऑफिस के एक कर्मचारी की किसी ने डीएम से शिकायत किया कि बाबू काम नहीं कर रहे हैं। कंप्लेन के बाद डीएम बाबू के ऑफिस पहुंचे तो बाबू के मुंह में पान मसाला था और उन्होंने जींस पहनी थी। इस पर डीएम ने बाबू पर 500 रुपए का जुर्माना लगाया है। यही नहीं उनके समेत अन्य बाबुओं को भी चेतावनी दिया कि निर्देश का पालन करें नहीं तो कार्रवाई होगी। दूसरी ओर विकास भवन में भी 6 कर्मचारी पान मसाला खाते पकड़े गए और उन पर भी जुर्माना लगाया गया।

लगाम लगाने की पूरी कोशिश

कलेक्ट्रेट के बाबूओं की कामचोरी रोकने के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम लागू किया गया है। इसके अलावा उनकी पार्किंग में भी ताला लगा दिया जा रहा है। दोपहर में किसी कर्मचारी को काम से जाना है तो उसे मूवमेंट रजिस्टर में लिखना होगा, लेकिन इसके बावजूद सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसे ही एसएलओ ऑफिस में तैनात बाबू अजीम कुरैशी निकले, जो काम नहीं कर रहे थे। जब डीएम निरीक्षण करने पहुंचे तो अन्य नियमों का भी उल्लंघन कर रहे थे। इसी के चलते ही उनपर जुर्माना लगाया गया है।

डीडीओ ने वसूला जुर्माना

गुटखा, पान मसाला और धूम्रपान करते हुए फ्राइडे को विकास भवन में जिला विकास अधिकारी राम रक्षपाल यादव ने 6 कर्मचारी पकड़े। इसमें सहकारिता अनुभाग के वरिष्ठ सहायक जितेंद्र कुमार, कंप्यूटर प्रोग्रामर डीआरडीए अनिल अवस्थी, पशुपालन विभाग के वरिष्ठ सहायक गफूरउद्दीन, डीपीओ कार्यालय के प्रधान सहायक दयाशंकर, आरईएस के ठेकेदार कमर अली, आगंतुक विनय सिंह को फटकार लगाते हुए प्रति व्यक्ति 200 रुपए का जुर्माना मौके पर वसूला। वसूली कर्ता मुहम्मद जाकिर हुसैन ने बताया कि जुर्माना राशि सरकारी खाते में जमा करा दी है।

बढ़ी पब्लिक की मुसीबत

कर्मचारियों पर सख्ती के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में वाहनों की नो एंट्री से पब्लिक की मुसीबत बढ़ गई है। पब्लिक के व्हीकल गेट से ही बाहर कर दिए जा रहे हैं। ऐसे में उन्हें वाहन खड़ा करने में दिक्कत हो रही है। उन्हें कलेक्ट्रेट के बाहर बनी पार्किंग में साइकिल के 5 और स्कूटर या बाइक के 10 रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। जो लोग पार्किंग से अलग व्हीकल खड़ा कर रहे हैं तो उनके वाहन चोरी होने का भी डर रहता है। कलेक्ट्रेट के बाहर पार्किंग का 5 लाख 37 हजार रुपए में ठेका हो रखा है। अंदर व्हीकल खड़े होने से पार्किंग का नुकसान हो रहा है।