कर्नलगंज वार्ड की तंग गलियों में सीवर लाइन और पेयजल की समस्या से परेशान हैं लोग

ALLAHABAD: क्षेत्रफल के हिसाब से शहर के बड़े वार्डो में शामिल कर्नलगंज में एक नहीं कई समस्याएं हैं जो लोगों की रोजमर्रा के जीवन को कठिन बनाती हैं। चाहे वह वार्ड की घनी मार्केट हो या आवारा पशुओं की मनमानी। जबरदस्त इनक्रोचमेंट के चलते सुबह से शाम तक वार्ड की सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है। खासकर यूनिवर्सिटी के आसपास के इलाकों की स्थिति अच्छी नहीं कही जा सकती है। रही सही कसर आवारा जानवर पूरी कर देते हैं। हालांकि, दरभंगा जैसा इलाका इस वार्ड की शान कहा जा सकता है।

वार्ड- 43

वार्ड पार्षद- बबिता घिल्डियाल

शिक्षा- एमए बीएड

मोहल्ला- कर्नलगंज, रामवाटिका, त्रिमुहानी, भारद्वाज आश्रम, बाबाजी का बाग, दरभंगा कैसल, दरभंगा कालोनी

जनसंख्या- 40 हजार

वोटर्स- 12 हजार

क्षेत्रफल- तीन वर्ग किमी

जवाब दो पार्षद जी

सवाल- क्या आप आपने पांच साल के कार्यकाल से संतुष्ट हैं?

जवाब- वार्ड में कराए गए कामों को देखकर लगता है संतुष्ट हूं। लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया है। सीवर लाइन की समस्या का हल हुआ है। स्ट्रीट लाइट लगवाने के साथ सड़कों के गड्ढे ठीक कराए हैं। वार्ड का विकास हो इसके पूरे प्रयास किए गए हैं।

सवाल- कौन से काम हैं जो अभी अधूरे रह गए हैं?

जवाब- भारद्वाज पार्क में ड्यूज के चलते काटी गई बिजली की आपूर्ति सुचारू नहीं कराई जा सकी है। आनंद भवन के सामने रोड की इंटरलाकिंग का काम नहीं हो सका। बाबाजी बाग का नाला कायदे से साफ नहीं करा पाई। कुछ और काम हैं जो शेष रह गए।

सवाल- कर्नलगंज को मॉडल वार्ड बनाने के लिए क्या किया आपने?

जवाब- पब्लिक में साफ-सफाई को लेकर अवेयरनेस क्रिएट की गई है। सफाई कर्मचारी रोजाना डोर टू डोर जाकर कूड़ा कलेक्शन कर रहे हैं। हमने कूड़ादान-महादान योजना चलाई है। इसके तहत लोगों से कूड़ा देने की अपील की जाती है। हमारे वार्ड में आपसी भाईचारा सबसे अधिक है। इसका उदाहरण सबसे कम लोगों पर हुई 1077/16 की कार्रवाई है।

वार्ड बोलता है

टूटी नालियों की मरम्मत नहीं हुई है। पिछले दो माह से सफाई नहीं होने से जब तब बदबू आती रहती है। इसकी वजह से दुकानदारी प्रभावित होती है। कभी कभार बैठना दुश्वार हो जाता है। कुछ सफाई कर्मचारी अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं।

लालबाबू

बिजली के तारों को व्यवस्थित नहीं कराया जा रहा है। मार्केट में फैला तारों का जंजाल दुर्घटना को दावत दे रहा है। कभी-कभी करेंट भी उतर आता है। अगर कायदे से बिजली के पोल लगाए जाएं तो समस्या से निजात मिल सकती है। इसके अलावा नालियों में सुधार होना जरूरी है।

लल्लूजी

पार्षद की ओर से लगातार काम कराया जा रहा है। फिर भी कुछ न कुछ कमियां रह जाती हैं। खासकर आवारा जानवरों की दिक्कत बड़ी है। मार्केट में इनकी चहलकदमी से एक्सीडेंट और जाम की समस्या खड़ी हो जाती है। इनकी अधिकता पर रोक लगाना जरूरी है।

राजेश्वर राय

त्रिमुहानी पर स्थित भारतीय स्टेट बैंक की गली में निकलना मुश्किल हो गया है। चारपहिया और ट्रालियों को गली में लगा दिया जाता है। इसकी वजह से दिक्कत होती है। कई बार शिकायत करने के बावजूद स्थानीय लोग मानते नहीं हैं। इसकी वजह से जाम भी लगता रहता है।

सुधांशु जायसवाल

पब्लिक डिमांड

भारद्वाज पार्क में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। लाइट नहीं होने से पेयजल आपूर्ति भी बाधित हो रही है।

तमाम लिंक रोड पर गड्ढे परेशानी का सबब बने हैं। इनकी मरम्मत होनी चाहिए।

डस्टबिन को व्यवस्थित तरीके से रखा जाना चाहिए। इनके खुले होने से जानवर कचरा फैलाते रहते हैं।

गर्मी आते ही हैंडपाइप का पानी उतर गया है। इनकी रिबोरिंग बहुत ज्यादा जरूरी है।

वार्ड के बाजारों में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। लोगों की पर्सनल गाडि़यां भी दिनभर रोड पर खड़ी रहती हैं।

हक और हकीकत

इनक्रोचमेंट 3/10

कर्नलगंज, दरभंगा, रामवाटिका, यूनिवर्सिटी रोड, बाबाजी का बाग आदि इलाकों में इनक्रोचमेंट बड़ी समस्या बनी हुई है। नगर निगम अभियान चला रहा है लेकिन कुछ घंटों बाद फिर से बाजार आबाद हो जाती है। इससे हर समय भीषण जाम लगा रहता है। प्रशासन को नगर निगम के साथ ठोस प्लान बनाकर इस समस्या से निजात दिलानी होगी। दुकानदार चाहें तो फोल्डिंग वाले चबूतरे का उपयोग कर इनक्रोचमेंट को कम कर सकते हैं।

बिजली 4/10

खासकर कर्नलगंज के घने इलाके में यह बहुत बड़ी समस्या है। बिजली विभाग को दोनों ओर पोल लगाकर इस समस्या को दूर करना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। इसकी वजह से तारों का जाल फैला हुआ है। पता ही नहीं चलता कि कौन सा तार कहां को गया है। बेतरतीबी से लिए गए बिजली के कनेक्शन कभी भी किसी बड़ी घटना का कारण बन सकते हैं।

सकरी गलियां 4/10

जानकार ताज्जुब होगा कि वार्ड में डेढ़ फीट तक की संकरी गलियां हैं। इन गलियों में केवल पैदल ही चला जा सकता है। बाइक निकालना भी दूभर है। यही कारण है कि इन गलियों में सीवर लाइन डालने का काम अभी तक नही हो सका है। इसकी वजह से बदबू और गंदगी घरों मे घुसने लगती है। इन गलियों में पेयजल की सप्लाई भी प्रॉपरली नहीं की जा सकी है।

आवारा पशु 5/10

पशुपालकों ने इस वार्ड की सुंदरता में दाग लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। सुबह से शाम तक इनके पशु सड़कों और गलियों में आराम फरमाते हैं और गंदगी भी फैलाते हैं। कर्नलगंज, बाबाजी का बाग, दरभंगा कैसल, त्रिमुहानी, भारद्वाज आश्रम आदि इलाकों में इन पशुओं का जबरदस्त आतंक है। इनकी वजह से जाम भी लग जाता है। इनके गोबर से सड़कों पर गंदगी फैली रहती है।

नालियां 7/10

वार्ड में साफ-सफाई की स्थिति इतनी खराब नहीं है लेकिन नालियों के हालात अच्छे नहीं कहे जा सकते। घनी आबादी में नालियों की सफाई लंबे अंतराल में होती है जिससे ये चोक हो जाती हैं। इसमें बड़ा हाथ दुकानदारों का भी है। उन्होंने नाली पर अपना चबूतरा बना लिया है। इससे सफाई कर्मचारी साफ-सफाई के नाम पर केवल खानापूरी कर अपनी पीठ ठोक लेते हैं।

वार्ड रिपोर्टर

अरे बचो भाई, ट्रैक्टर बेकाबू हो गया

राजरूपपुर में इस समय सीवर की खोदाई का काम चल रहा है। इससे तहत इलाके की कई गलियों में घुसना मुश्किल हो गया है। खोदाई के काम में कई तरह के वाहन लगे हैं। पिछले दिनों काम के दौरान अचानक ट्रैक्टर बेकाबू हो गया और बुलडोजर के ऊपर चढ़ गया। हालांकि हादसे में कोई घायल नहीं हुआ।

नीतिन शर्मा, राजरूपपुर