- डीआईओएस की जांच कमेटी ने रिपोर्ट सौंपी

LUCKNOW : नेशनल इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल पर स्कूल की छात्राओं ने छेड़खानी और अश्लील हरकतों के आरोप की जांच के लिए गठित कमेटी ने उन्हें प्रथम दृष्टया दोषी पाया है। सूत्रों के मुताबिक जांच कर रही दोनों एसोसिएट डीआईओएस प्रिंसिपल उमा शंकर सिंह को दोषी प्रतीत होता पाया है। ऐसे में उन पर कार्रवाई की जाने की बात कही है। वहीं सूत्रों का कहना है कि आरोपों की गंभीरता को देखते हुए प्रिंसिपल को पद से हटाने की संस्तुति मैनेजमेंट ने कर दी है। ज्ञात हो कि प्रिंसिपल पर हजरतगंज पुलिस ने धारा-354 ए और पॉस्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था।

रिजल्ट लेने गई छात्रा से छेड़खानी

नेशनल कॉलेज में 11वीं की छात्रा सुमन (बदला नाम) ने बताया कि वह बीते मंडे दोपहर एक बजे वार्षिक परीक्षा का अपना रिजल्ट लेने कॉलेज गई थीं। तभी प्रिंसिपल ने उसे अपने कार्यालय में बैठा लिया। पहले उसका हाथ पकड़ा और फिर अश्लील हरकत करने लगे। विरोध पर रिजल्ट रोकने का दवाब बनाने लगे, लेकिन वह हाथ छुड़ाकर कमरे से बाहर आ गई। इसी दौरान उसके कुछ साथी प्रिंसिपल के रूम में पहुंचीं। प्रिंसिपल ने सभी छात्राओं को अपने कमरे में ही रोक लिया। जब छात्राओं ने जाने की बात कही तो प्रिंसिपल ने उनसे अभद्रता शुरू कर दी। जिसके बाद वह सभी वहां से भाग निकलीं। पीडि़त छात्रा के पिता ने बताया कि मंगलवार सुबह उसने आपबीती सुनाई तो वह पत्नी और बच्चों समेत कॉलेज पहुंच गये। पैरेंट्स के आने की सूचना पाकर आरोपी प्रिंसिपल अपने ऑफिस से भाग निकले।