इस बार पीवी सिंधू को मिला मौका

अगले 11 दिनों तक चलने वाले 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी बुधवार को ऑस्ट्रेलिया में आयोजित की जाएगी। इस खूबसूरत देश के सबसे बड़े शहरों में शुमार गोल्ड कोस्ट को मेजबानी सौंपी गई है। 4 अप्रैल को शाम 3 बजे से उद्घाटन समोराह शुरु हो जाएगा। इसके बाद सभी 71 देशों के खिलाड़ी परेड करेंगे। हर देश के एक एथलीट को अपने देश का राष्ट्रीय ध्वज लेकर चलना होता है। भारत से इस बार यह सम्मान महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू को मिला है। 22 साल की पीवी सिंधू तिरंगा लेकर भारतीय दल की अगुआई करेंगी।

कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स 2018 : किसी एक को मिलता है तिरंगा लेकर चलने का मौका,इस बार पीवी सिंधू हैं जाने पिछले 3 कौन थे

2014 में विजय कुमार ने उठाई थी ये जिम्मेदारी

पिछला कॉमनवेल्थ गेम्स साल 2014 में ग्लास्गो, स्कॉटलैंड में आयोजित किया गया था। तब भारतीय एथलीट विजय कुमार ने भारतीय दल की अगुआई की थी। सेना में सूबेदार मेजर की पोस्ट पर तैनात विजय कुमार शूटिंग में महारथ रखते हैं, मगर 2014 कॉमनवेल्थ में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था। उन्हें इस बार एक भी मेडल नहीं मिला था। हालांकि इससे पहले 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स जोकि भारत में हुए थे, उसमें विजय ने एक सिल्वर और तीन गोल्ड सहित 4 मेडल जीते थे।

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2010 में अभिनव बिंद्रा ने की थी अगुआई

दिल्ली में हुए 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में शूटर अभिनव बिंद्रा भारतीय ध्वज लेकर चले थे। यही नहीं बिंद्रा ने 10 मीटर एयर राइफल में गोल्ड भी जीता था। पदकों के लिहाज से 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स भारत के लिए अभी तक सबसे अच्छा रहा है। इस साल भारत ने कुल 101 मेडल जीते थे। जिसमें 38 गोल्ड, 27 सिल्वर और 35 ब्रांज शामिल हैं।

2006 में राज्यवर्धन सिंह राठौर ने उठाया था नेशनल फ्लैग

साल 2006 में मेलबर्न में हुए 18वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय दल की अगुआई निशानेबाज राज्यवर्धन सिंह राठौर ने की थी। यह साल भी भारतीय एथलीटों के लिए अच्छा रहा। भारत के खाते में कुल 50 पदक आए थे जिसमें 22 गोल्ड, 17 सिल्वर और 11 ब्रांज शामिल हैं।

भारत ने कुल 438 पदक जीते हैं अब तक

हर चार साल में आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता में भारत ने अब तक 438 पदक जीते हैं। इसमें 155 गोल्ड, 155 सिल्वर और 128 ब्रांज मेडल शामिल हैं। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान की बात करें तो उनके खिलाड़ियों का राष्ट्रमंडल खेलों में प्रदर्शन भारत की तुलना में निराशाजनक है। पाकिस्तान ने अभी तक 12 प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया, जिसमें 24 गोल्ड, 24 सिल्वर और 21 ब्रांज सहित कुल 69 पदक मिले हैं। इससे दोगुने तो भारत के पास गोल्ड हैं।