- अमाउंट की जगह गलती से अकाउंट नंबर पड़ने से एक ही दिन में अरबपति और फिर कंगाल हुआ गोरखपुराइट

- पीएमओ और फाइनेंस मिनिस्ट्री ने जारी किया नोटिस तो खाताधारक के भी उड़े होश

- फैक्स मिलने के बाद मंगलवार को भेजा गया जवाब

GORAKHPUR: नोटबंदी के बाद तमाम खातों में लाखों-करोड़ों रुपए आ रहे हैं। लोकल लेवल पर भले अकाउंट्स पर नजर रखने में चूक हो रही है। लेकिन केंद्र सरकार सभी अकाउंट्स पर पैनी नजर गढ़ाए हुए है। 21 नवंबर को गोरखपुर के उप डाकघर में हुए अरबों के ट्रांजैक्शन के बाद दिल्ली तक हड़कंप मच गया। पीएमओ और फाइनेंस मिनिस्ट्री ने खुद मामले को संज्ञान में लेते हुए खाताधारक को नोटिस जारी करने के साथ ही पोस्ट ऑफिस में भी फैक्स भेजकर जानकारी तलब की है। विभाग ने भी आनन-फानन में पोस्ट ऑफिस से जानकारी इकट्ठा कर पीएमओ और फाइनेंस मिनिस्ट्री को डिटेल भेज दी है।

19 को खोला था अकाउंट

गोरखपुर जिले के बिंद टोला, जाफरा बाजार इलाके में रहने वाले विपुल कुमार वैश्य ने नोटबंदी के बाद 19 नवंबर 2016 को अलीनगर के उप डाकघर में अपना अकाउंट खुलवाया। उन्होंने सेम डे अपने खाते में डेढ़ लाख रुपए जमा करवा दिए। इसके बाद 19 नवंबर को ही उन्होंने इसे फंडिंग करने के नाम पर ट्रांसफर कर दिया। दो दिन बीते तो फिर पांच हजार रुपए लेकर उसे जमा कराने के लिए पोस्ट ऑफिस पहुंचे। उन्होंने अपने डिपॉजिट फॉर्म भरा और पैसा जमाकर वापस लौट गए।

एक गलती और बने अरबपति

जिले के अलीनगर उप डाकघर में विपुल तो अपने अकाउंट नंबर 3425780540 में पैसा डालकर लौट गए, लेकिन क्लर्क ने भीड़ और जल्दबाजी की वजह से अकाउंट नंबर के कॉलम में फिल करने वाले नंबर को अमाउंट वाले कॉलम में फिल कर दिया। क्लर्क की इस छोटी सी गलती की वजह से विपुल के अकाउंट में 3 अरब 42 करोड़ 57 लाख 80 हजार और 540 रुपए पोस्ट हो गए, जोकि हकीकत में उनका अकाउंट नंबर था। इसका पता तुरंत विपुल कुमार वैश्य और पोस्टमास्टर केके त्रिपाठी को चल गया। इसकी सूचना उन्होंने प्रवर अधीक्षक सहित अन्य ऑफिसर्स को दी। इसके साथ ही इसकी सूचना सीपीसी चेन्नई और लखनऊ के रेंज ऑफिस को दी गई। दोनों ऑफिस से कहा गया कि शाम तक इसे ठीक कर दिया जाएगा। करीब 3 घंटे बाद गलती ठीक कर दी गई।

पीएमओ और एफएम ने लिया संज्ञान

नोट बंदी के बाद फाइनेंस मिनिस्ट्री और पीएमओ के साथ सभी बड़ी एजेंसीज ट्रांजेक्शन पर निगाह बनाए हुए थी। डाकघर की छोटी सी ब्रांच में तीन दिन पहले खुले अकाउंट से हुए इतने बड़े ट्रांजेक्शन पर दिल्ली तक हड़कंप मच गया। इसको देखते हुए फाइनेंस मिनिस्ट्री और पीएमओ दोनों ने ही 25 दिसंबर को खाता धारक के पास नोटिस भेजने के साथ ही पोस्ट ऑफिस के जिम्मेदारों से मामले की जानकारी तलब की। सोमवार को पहुंचे फैक्स का असर मंगलवार को देखने को मिला और दिन भर डाकघर में हलचल मची रही।

वर्जन

21 नवंबर को क्लर्कियल मिस्टेक से अमाउंट वाले कॉलम में अकाउंट नंबर पोस्ट हो गया था, जिसकी वजह से खाता धारक के खाते में उसके अकाउंट नंबर जितने पैसे आ गए थे। जैसे ही गलती पकड़ में आई थी फौरन ही उसे सही कराया गया और खाताधारक के अकाउंट में 5000 रुपए पोस्ट कराए गए। इस मामले में पीएमओ और फाइनेंस मिनिस्ट्री से फैक्स आया था, जिसका जवाब मंगलवार को भेज दिया गया है।

- देवव्रत त्रिपाठी, सीनियर सुप्रिटेंडेंट पोस्ट