- नगर निगम के सर्वे में खुलासा

-5 हजार वर्ग मीटर की जमीन पर है अवैध कब्जा

- अधिकांश जमीन पर बन गए हैं मकान

आई एक्सक्लूसिव

मितेंद्र गुप्ता

मेरठ: नगर निगम की पांच हजार वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कब्जा है। इसका खुलासा तब हुआ जब शासन के आदेश पर नगर निगम ने अपनी जमीन पर सर्वे कराया। यह केवल शहर की जमीन का आंकड़ा है। अब नगर निगम इस जमीन से अवैध कब्जा हटाने की योजना बना रहा है।

शहर से जुड़े गांव का हो रहा है सर्वे

नगर निगम की सीमा से जुड़े गांवों का अभी सर्वे हो रहा है। सर्वे में पता लगाया जा रहा है कि नगर निगम की कितनी जमीन पर लोगों ने कब्जा कर लिया है। और नगर निगम की इस बात की सुध ही नहीं है।

मिलीभगत के आरोप

नगर निगम के संपत्ति विभाग पर अनेक बार सरकारी जमीन को पैसे लेकर कब्जा दिलाने के आरोप लग चुके हैं। यहां से लेकर शासन तक इसकी शिकायत हो चुकी है। लेकिन आज तक कोई जांच नहीं हुई।

नहीं होती कोई देखरेख

नगर निगम के पास जमीन कितनी है यह बात तो कागजों में तो दर्ज है। लेकिन इसकी देखरेख के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। या फिर यह कह सकते हैं कि देखकर अनदेखा कर देते हैं।

अधिकांश जमीन पर है मकान

नगर निगम की पांच हजार वर्ग मीटर जमीन पर कब्जा हो चुका है। इसमें अधिकांश जमीन पर मकान बने हुए हैं। ऐसे में नगर निगम को जमीन को खाली कराना आसान न होगा। सवाल यह उठता है कि सरकार जमीन पर मकान कैसे बन गए।

वर्जन

शासन के आदेश पर नगर निगम ने सर्वे किया था। नगर निगम के सर्वे में पांच हजार वर्ग मीटर जगह पर अवैध कब्जा है। निगम की जमीन को कब्जा मुक्त कराया जाएगा।

राजेश कुमार, संपत्ति अधिकारी नगर निगम