- दून हॉस्पिटल में तीन साल पहले आया था मामला

- लोकल पर्चेज के नाम पर किया गया था घोटाला

DEHRADUN : दून अस्पताल में तीन साल पहले सामने आये दवा घोटाले की विभागीय जांच में अस्पताल में उस समय तैनात अधिकारियों को दोषी पाया गया है। यह घोटाला दवाइयों की लोकल परचेज के नाम पर किया गया था। हालांकि अभी तक जांच में दोषी पाये गये किसी भी अधिकारी को कोई नोटिस नहीं भेजा गया है, लेकिन विभाग के उच्च अधिकारियों की माने तो जल्दी ही दोषी पाये गये अधिकारियों पर कार्रवाई की जा सकती है।

क्या था मामला

दून अस्पताल में वर्ष ख्0क्ब्-क्भ् में दवा खरीद घोटाला सामने आया था। दवाओं की खरीद में पांच करोड़ रुपये के गोलमाल का आरोप लगा था। इस मामले में हंगामा हुआ तो विभागीय जांच समिति गठित की गई। जांच रिपोर्ट में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन अधिकारियों ने यह दवा खरीदी थी, उन्हें दवा खरीदने का अधिकार ही नहीं था। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सीएमओ ऑफिस के योजना के बजट से अस्पतालों के लिए दवा व उपकरण खरीदे गये, जबकि अस्पतालों से इन दवाइयों और उपकरणाों की डिमांड ही नहीं आई थी।

शासन स्तर भी हो रही जांच

पांच करोड़ रुपये की दवा घोटाले के इस मामले में शासन स्तर पर भी जांच हो रही है। शासन स्तर पर यह जांच संयुक्त सचिव स्वास्थ्य अतर सिंह को सौंपी गई है। यदि शासन स्तर की जा रही जांच में भी अधिकारियों को दोषी पाया गया तो ऐसे अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।