चकमा दे कर हिरासत से फरार होने के बाद टीम पर लगे थे कई आरोप

मामले में आरोपी रहे पुलिसकर्मियों को जांच में मिली क्लीन चिट

ALLAHABAD: चार जुलाई को पुलिस की हिरासत से फरार छोटू ओझा को दो दिन पूर्व धूमनगंज एरिया से गिरफ्तार कर क्राइम ब्रांच की टीम ने दामन पर लगे दाग को धोने का प्रयास किया। उसकी फरारी के बाद क्राइम ब्रांच पर कई आरोप लगे थे। इस बीच अफसरों ने क्राइम ब्रांच की टीम को जांच के बाद आरोपों से बरी कर दिया है।

धूमनगंज एरिया से दबोचा गया

चार जुलाई को क्राइम ब्रांच की टीम ने छोटू ओझा को धूमनगंज एरिया से पकड़कर कैंट स्थित गोपनीय स्थान पर रखा था। उसने जो कुछ भी बताया उससे पुलिस को बड़ी कामयाबी मिलने की उम्मीद जगी। एसएसपी खुद उससे पूछताछ के लिए पहुंचे थे। उसने डॉ। बंसल हत्याकांड में नीरज बाल्मीकी का नाम लेकर सबको चौंका दिया था। इसके बाद पुलिस डॉ। बंसल मर्डर केस के खुलासे में जुट गई थी। पुलिस अफसरों के इस मंसूबे पर रात में गायब होकर छोटू ने पानी फेर दिया। उसने शर्ट के नीचे टीशर्ट पहन रखी थी। सूत्रों के अनुसार उसने शर्ट उतार दी और टी शर्ट पहने निकल गया और किसी को हवा तक नहीं लगी। यह जानकारी होने के बाद अफसरों के कान खड़े हो गए और पूरी क्राइम ब्रांच को चेतावनी जारी कर दी गई। इसके कुछ ही दिन बाद पुलिस ने नीरज बाल्मीकी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने डॉ। बंसल मर्डर केस में शामिल होने से साफ इंकार कर दिया। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम पर कई आरोप लगे। दो दिन पूर्व क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे धूमनगंज एरिया से ही फिर पकड़ लिया।

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गुमनाम खत ने उड़ाई नींद

छोटू ओझा की फरारी के बाद पुलिस अधिकारियों को गुमनाम खत मिला। इसमें आरोप लगाया गया था कि क्राइम ब्रांच ने एक बड़े कारोबारी से पचास लाख रुपए लेकर छोटू को छोड़ दिया है। इसे गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों ने जांच की तो खत की बातें सही नहीं पाई गई। इस पर आईजी ने दोषी पुलिसकर्मी एसआई नागेश सिंह, बीके सिंह व रवि सेन को क्लीन चिट दे दी।

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शातिर है गिरफ्तार छोटू

डॉक्टर एके बंसल की हत्या में आया था छोटू का नाम

उसने खुद स्वीकार किया था बंसल की हत्या करने का मामला

फिर पकड़े जाने पर अलाप रहा डॉ। एके बंसल की हत्या करने का राग

पुलिस के मुताबिक शातिर व सक्रिय अपराधी है छोटू ओझा