- कर्ण घोड़े के साथ ही दशहरा महोत्सव का हुआ शंखनाद

- दिल्ली व सहारनपुर के डीजे बैण्ड ने किया लोगों को आकर्षित

ALLAHABAD: श्री पथरचट्टी रामलीला कमेटी की ओर से बुधवार को कर्ण घोड़ा अपने शाही अंदाज में सिटी में निकला। खास अंदाज में निकले कर्ण घोड़े की शोभा यात्रा को अधिक आकर्षक बनाने के लिए इस बार दिल्ली और सहारनपुर से स्पेशली डीजे बैंड मंगाए गए थे। जिन्होंने शोभा यात्रा के दौरान लोगों का खूब मनोरंजन किया। सिटी में कर्ण घोड़ा निकलने के साथ ही दशहरा महोत्सव का शुभारम्भ भी हो गया।

सिटी के अलग-अलग हिस्सों में निकली सवारी

कर्ण घोड़ा की सवारी सिटी के अलग-अलग हिस्सों में निकली। जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जुटी रही। शोभा यात्रा की शुरुआत चमेली बाई धर्मशाला से हुई, जो मोहत्सिमगंज गली से सब्जी मंडी साउथ मलाक होते हुए रामबाग रामलीला परिसर पहुंची। जिसके बाद कर्ण घोड़ा कोठापार्चा, बहादुरगंज, ऊंचा मंडी, लोकनाथ, चौक, ठठेरी बाजार, घंटाघर से होते हुए बादशाही मंडी स्थित बलदेव प्रसाद जडि़या के आवास पर समाप्त हुई। शोभा यात्रा में सबसे आगे ढोल व नगाड़ो की धुनों पर भागड़ा करते कलाकर चल रहे थे। इसके ठीक पीछे पेशवाई लहराता ध्वज, श्री पथरचट्टी रामलीला कमेटी का बैनर और लहराती पताकाएं चल रही थीं। इसके बाद पाइप बैंड लोगों के सामने अपने सुरीले धुनों की प्रस्तुति करता चल रहा था। यात्रा को रोचक बनाने के लिए इसमें विध्न विनाशक भगवान गणेश की कांस्य प्रतिमा को भी शामिल किया गया था। इसके बाद मयूर पर विराजमान कार्तिकेय की लुभावनी प्रतिमा, इसके बाद पवनपुत्र वीर हनुमान की सवारी चल रही थी। शोभा यात्रा के दौरान सुन्दर रथों पर विश्वमित्र, वशिष्ठ, राजा जनक, महाराज दशरथ की सवारी चल रही थी। शोभा यात्रा में सबसे आगे कमेटी के अध्यक्ष पं। कपिल मुनि करवरिया, महामंत्री आनंद सिंह, मीडिया प्रभारी लल्लू लाल गुप्ता सौरभ, राजीव गुप्ता समेत अन्य मेंबर्स चल रहे थे।