यह है तेजस्विनी की रिकॉर्ड जीत

इस मुकाबले में भारत की तेजस्विनी ने कुल 457.9 अंक हासिल किया यह कॉमनवेल्थ गेम्स में रिकॉर्ड है इस उपलब्धि के साथ तेजस्विनी ने गोल्ड मेडल पर अपना कब्जा जमाया। वहीं अंजुम ने 455.7 अंकों के साथ सिल्वर मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाया। इस मुकाबले में स्कॉटलैंड की सियोनेड मिकतोश 444.6 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं उन्हें ब्रांज मेडल से संतोष करना पड़ा।

cwg 2018 : कभी पाकिस्‍तान जाकर फहराया था तिरंगा,आज निशानेबाजी में तेजस्‍विनी ने जीता गोल्‍ड

पाकिस्तान में बढ़ाया था देश का मान

37 साल की तेजस्विनी ने गोल्ड कोस्ट में 50 मीटर राइफल में यह स्वर्ण पदक जीता है। वैसे आपको बता दें कि तेजस्विनी का गोल्ड के साथ गहरा रिश्ता है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि उन्हें कॉमनवेल्थ में गोल्ड मिला हो, इससे पहले 2006 मेलबर्न कॉमनवेल्थ में तेजस्विनी ने 10 मीटर एयर राइफल और 10 मीटर एयर राइफल पेयर में स्वर्ण पदक हासिल किया था। वहीं 2010 में दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में सिल्वर पदक पर कब्जा किया था। तेजस्विनी को पहली बार पहचान तब मिली, जब उन्होंने साल 2004 में पाकिस्तान के इस्लामाबाद में हुए 9वें साउथ एशियन स्पोर्ट्स फेडरेशन गेम्स में भारत का नाम रोशन किया था। इस प्रतियोगिता में तेजस्विनी ने गोल्ड मेडल जीतकर तिरंगे का मान बढ़ाया था।

भारत को हर दिन मिल रहे मेडल

इसके पहले कॉमनवेल्थ गेम्स के 8वें दिन भारतीय पहलवानों के नाम रहा। भारत ने 8वें दिन कुश्ती में 2 गोल्ड, 1 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किये। खेल का 8वां दिन खत्म होने तक भारत पदक तालिका में तीसरे स्थान पर बना हुआ है। पदक तालिका में ऑस्ट्रेलिया 63 गोल्ड के साथ शीर्ष पर, जबकि इंग्लैंड 28 गोल्ड मेडल के साथ दूसरे स्थान पर काबिज है। आज खेल के नौंवे दिन भारत को अभी भी मुक्केबाजों से मेडल जीतने की आस रहेगी।