GORAKHPUR: वार्ड नंबर 18 जंगल तुलसी राम बिछिया (पूर्वी) (पहले वार्ड 22 था)। वार्डो का हाल जानने निकली दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट टीम मंगलवार को यहां पहुंची। दीपू शिव सिंह छेत्री मार्ग से वार्ड में प्रवेश करते ही बजबजाती नालियां और टूटी सड़कें एरिया की बदहाली का हाल सुनाने लगीं। लोगों से बात हुई तो एक-एक कर नगर निगम की व्यवस्थाओं की पोल खुलती चली गई। किसी ने टूटी सड़कों से होने वाली समस्याएं गिनाईं तो कोई नाली व सड़कों की चौपट सफाई व्यवस्था पर नाराज दिखा।

वार्ड पार्षद - चंद्रभान प्रजापति

इंटरमीडिएट

कितनी बार से पार्षद

पहली बार

मोहल्ला- सर्वोदय नगर, आजाद नगर, शास्त्रीनगर, खुद्दी टोला, मल्लाह टोला, राहुल नगर, खजुरहिया, अकोलवा (आंशिक), प्रताप चौक, ताड़ीखाना (आंशिक), शांतिनगर, चौहान टोला, अयोध्या टोला, विवेक नगर

वार्ड नंबर 18

जनसंख्या - 15,000

वोटर्स - 10,000

हक और हकीकत

सड़क

10 में 3

काफी बड़े एरिया वाले जंगल तुलसी राम बिछिया (पूर्वी) वार्ड की मुख्य समस्याओं में एक है सड़कों की बदहाल स्थिति। वहीं, पहले से जर्जर सड़कों को वाटर पाइपलाइन बिछाने के लिए नाम पर खोदकर जल निगम ने पब्लिक की समस्या और बढ़ा दी है। वार्ड में पहुंचते ही सतीश तिवारी मिल गए। बताने लगे कि यहां की सड़कों की स्थिति पहले ही कुछ खास अच्छी नहीं थी। ऊपर से जल निगम ने फाइपलाइन बिछाने के नाम पर एरिया की सड़कों को बेतरतीब तरीके से खोद दिया। सभी गलियों में ही ऐसा हाल है। इसके चलते लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसकी शिकायत पर नगर निगम ने जल निगम पर पेनाल्टी भी लगाया लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। ना तो सड़कों की मरम्मत हुई और ना ही जिम्मेदार कभी झांकने आते हैं।

सफाई

10 में 4

सड़कों के अलावा इस वार्ड में सफाई व्यवस्था के हाल को लेकर भी पब्लिक खासी परेशान है। कॉलोनियों की तरफ बढ़ने पर गंदगी का अंबार लगा मिला। यहां रहने वाले विजय प्रकाश पांडेय और महेंद्र नाथ चतुर्वेदी ने बताया कि लोगों के बार-बार कहने के बावजूद जिम्मेदारों ने यहां कूड़ेदान की व्यवस्था नहीं कराई। जिसके चलते पब्लिक खाली प्लॉटों में ही कूड़ा फेंकने को मजबूर है। वहीं, सफाईकर्मी भी ड्यूटी में काफी लापरवाही बरतते हैं। इस संबंध में कई बार पार्षद से भी शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

जलजमाव

10 में 4

सड़कों पर फैले रहने वाले कचरे के अलावा नालियों में भर चुकी गंदगी ने भी एरिया के लोगों को वर्षो से परेशान कर रखा है। यहां के ज्यादातर मोहल्लों की गलियों में कचरे के चलते नालियां जाम हो चुकी हैं। जिस कारण पब्लिक अक्सर ही जलजमाव से जूझती नजर आती है। मोहल्ले के रमेश यादव, अमरेंद्र चतुर्वेदी आदि लोगों ने बताया कि अभी गर्मी के सीजन में तो स्थिति गनीमत है लेकिन बरसात के दिनों में यही गलियां नाला बन जाती हैं। स्थिति ये होती है कि ज्यादातर गलियों में घुटने भर तक पानी लग जाता है।

तार

10 में 5

एरिया में वैसे तो बिजली तार और पोलों की स्थिति ठीक है लेकिन विभाग यहां भी थोड़ी उदासीनता बरतता आ रहा है। यहां के कुछ मोहल्लों के घरों के लिए तो बिजली पोल ही नहीं लग सके हैं। बांस और बल्ली के सहारे लोगों ने अपने घरों में खुद के तार से कनेक्शन ले रखा है। यहां रहने वाले अमित पांडेय, सुमन आदि लोगों ने बिजली विभाग की इस उदासीनता पर खासा रोष व्यक्त किया। बताया कि इन घरों को कनेक्शन दिलाने के लिए बिजली विभाग की तरफ से आजतक कुछ नहीं किया गया। इस संबंध में पार्षद से भी कई बार शिकायत की गई लेकिन समस्या का हल नहीं निकला।

आवारा पशु

10 में 3

अन्य वार्डो की तरह यहां भी आवारा पशुओं के चलते लोगों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। इस वार्ड के नजदीक ही एक स्कूल है। यहां पढ़ने वाले एरिया के सैकड़ों बच्चे रोज हनुमान मंदिर से आजाद नगर मोहल्ला होते हुए स्कूल जाते हैं। इस बीच सड़क पर सुबह से शाम तक आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। कई बार तो स्कूली बच्चे और राहगीर इनके चलते घायल भी हो चुके हैं। लेकिन नगर निगम की तरफ से इस समस्या पर अंकुश लगाने के लिए कुछ नहीं किया जाता।

पब्लिक डिमांड

1- जल जमाव से मुक्ति के लिए नालियों की प्रॉपर सफाई करवाई जाए।

2- जो सड़के टूटी हुई हैं, उनकी मरम्मत बरसात से पहले कराई जाए।

3- एरिया की सभी गलियों में सुबह और शाम को सफाई कार्य सुनिश्चित कराया जाए

4- घरों से निकलने वाले कूड़े को फेंकने के लिए जगह-जगह कूड़ादान रखवाए जाएं।

5- आवारा पशुओं से छुटकारा दिलाने के लिए ठोस उपाय निकाले जाएं।

वार्ड बोलता है

वार्ड में सफाई के नाम पर केवल खानापूर्ति होती है। सुबह सफाई कर्मचारी नजर आते तो हैं, लेकिन चुनिंदा जगहों पर झाड़ू लगाकर ही हाजिरी बना लेते हैं।

- रमेश मौर्या, बिजनेसमैन

इस एरिया की सड़कों में जितने गढ्डे हैं, उतने शहर में कहीं और नहीं होंगे। पाइपलाइन बिछाने के नाम पर सड़कें तोड़ दी गई हैं। पार्षद कुछ दिनों तक इसके विरोध में सक्रिय नजर आए लेकिन फिर शांत हो गए।

- अशोक कुमार कश्यप, प्रोफेशनल

कूड़ा पड़ाव केंद्र की कोई व्यवस्था नहीं है। सड़कों से लेकर नालियों तक में कचरा जमा रहता है। सफाई व्यवस्था के प्रति जिम्मेदारों को गंभीर होना चाहिए।

- राकेश कुमार निषाद, बिजनेसमैन

एरिया की सड़कें पूरी तरह खराब हो चुकी हैं। डेवलपमेंट के नाम पर पब्लिक को परेशान किया जा रहा है। पार्षद को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।

- अनंत कुमार, बिजनेसमैन

जवाब दो पार्षद जी

रिपोर्टर - मोहल्ले की सभी सड़कों का बुरा हाल है। मरम्मत के लिए क्या किया गया?

पार्षद - सड़कों को गढ्डा मुक्त बनाने के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है। बजट मिलते ही कार्य शुरू करा दिया जाएगा।

रिपोर्टर - लोगों का कहना है कि सफाई व्यवस्था को लेकर आप गंभीर नहीं हैं। नगर निगम की तरफ से यहां कूड़ादान क्यों नहीं रखवाया गया?

पार्षद - सफाई व्यवस्था पूरे शहर की बड़ी समस्या है। पहले यहां हनुमान मंदिर के पास कूड़ादान रखा गया था। मंदिर का सौंदर्यीकरण कार्य शुरू हुआ तो उसे हटा दिया गया।

रिपोर्टर - अक्सर शाम के चार बजे के बाद हनुमान मंदिर के आसपास सड़कों पर ठेले वाले एनक्रोचमेंट कर लेते हैं। इस पर रोक के लिए आप क्या कर रहे हैं ?

पार्षद - सड़क पर जो ठेले लग रहे हैं उन्हें कहीं और शिफ्ट कर वहां से हटाया जाएगा।

रिपोर्टर - आवारा पशु की तादाद एरिया में बहुत है। आए दिन कोई न कोई इनके चलते घायल हो जाता है। इसके लिए आप क्या कर रहे हैं?

पार्षद - इसके लिए बार-बार हम लोग नगर निगम को शिकायत करते हैं। लेकिन नगर निगम प्रशासन इस संबंध में कुछ कर ही नहीं रहा।

रिपोर्टर - वार्ड में जलजमाव की समस्या भी काफी होती है। इसके लिए आप क्या उपाय कर रहे हैं?

पार्षद - नालियां जाम हो गई है। जिसकी वजह से जलजमाव की दिक्कत है। उचित सफाई व्यवस्था कराकर दिक्कत दूर कराई जाएगी।