GORAKHPUR: जंगल तुलसीराम बिछिया (पूर्वी) से भी बुरा हाल है वार्ड नंबर 17 (पहले वार्ड नंबर 3 था) जंगल तुलसीराम बिछिया (पश्चिमी) का। वार्ड में प्रवेश करते ही मुख्य मार्ग ताड़ीखाना से होते हुए अकोलवा चौराहे तक सड़कों की दयनीय स्थिति समस्याओं की तस्वीर पेश करने लगती है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट टीम गुरुवार को यहां पहुंची तो पब्लिक ने शकायतों की झड़ी लगा दी। स्थानीय निवासी राजेंद्र सिंह ने बताया कि जल निकासी ना हो पानी यहां की सबसे बड़ी समस्या है। भू-माफियाओं द्वारा अवैध ढंग से नाले पर कब्जा कर प्लॉटिंग के कारण जल निकासी का कोई रास्ता ही नहीं बचा है। इसके अलावा कच्ची सड़कें, उलझे तार और आवारा पशु भी एरिया की मुसीबत बने हुए हैं।

वार्ड पार्षद - पुष्पा देवी

ग्रेजुएशन

कितनी बार से पार्षद

पहली बार

मोहल्ले - रामलीला मैदान, पीएसी गेट, अकोलवा चौराहा, यादव बस्ती, डोमखाना, शास्त्रीनगर (आंशिक), कोइराना टोला।

जनसंख्या - 14,000

वोटर्स - 6,000

हक और हकीकत

सड़क

10 में 4

जंगल तुलसीराम बिछिया पश्चिमी सिटी के बड़े वा‌र्ड्स में गिना जाता है। यहां ताड़ीखाना चौराहे से वार्ड में प्रवेश करते ही सड़क का बुरा हाल है। एरिया के विभिन्न मोहल्लों की ज्यादातर गलियों में भी सड़कें जर्जर हालत में हैं। कई जगह तो अभी तक पक्की रोड ही नहीं बन सकी है। इसके चलते शायद ही ऐसा कोई दिन हो जब स्कूली बच्चे या फिर महिलाएं इन सड़कों पर गिरकर घायल ना होते हों। मोहल्ले के लोग पार्षद से कई बार सड़कों की स्थिति सुधरवाने के लिए कह चुके हैं लेकिन स्थिति जस की तस है।

सफाई

10 में 4

वार्ड के भीतर की कॉलोनियों की तरफ बढ़ने पर कई जगह कचरे का अंबार लगा मिला। वहीं खाली पड़े प्लॉट्स में लोग कूड़ा फेंकते नजर आए। यहां रहने वाले गौतम श्रीवास्तव ने बताया कि कई बार कहने के बावजूद जिम्मेदारों ने कूड़ेदान की व्यवस्था नहीं कराई। सफाईकर्मी भी कभी-कभी ही नजर आते हैं। हाल इतना बुरा है कि कई गलियों में नाली निर्माण तक नहीं हो सका है। वहीं, जो नालियां हैं, वे भी गंदगी के चलते जाम हो चुकी हैं।

जल निकासी

10 में 3

इस वार्ड की सबसे बड़ी समस्या है जल निकासी की उचित व्यवस्था का ना होना। लोगों ने बताया कि यहां के बड़े नालों पर भू-माफियाओं के कब्जे के चलते ये समस्या खड़ी हुई है। नाले को ही पाट कर प्लॉटिंग कर घर बना दिए गए हैं। जिस कारण घरों ने निकला गंदा पानी खाली बचे कुछ प्लॉट्स में ही जमा हो रहा है। यहां रहने वाले राहुल तिवारी ने बताया कि यहां अब कोई बड़ा नाला नहीं बचा है। हर नाले पर भू-माफियाओं का कब्जा है। बरसात के दिनों में सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। जल निकासी ना होने के चलते बारिश होने पर एरिया की गलियों में भारी जलजमाव हो जाता है।

बिजली

10 में 3

ये वार्ड बिजली विभाग की उदासीनता का भी शिकार है। यहां के कई मोहल्ले ऐसे हैं जहां आज तक बिजली खंभे नहीं लग सके हैं। हाल ये है कि लोग मकान तो बनवा ले रहे हैं लेकिन उनके घरों को बिजली कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है। मजबूरन लोगों ने बांस-बल्ली के सहारे खुद ही तार डालकर दूर के खंभों से कनेक्शन ले रखा है। बांस-बल्ली पर लटके तार परेशानी और बढ़ा देते हैं। तेज आंधी में तो तार ही उखड़ जाते हैं। वहीं जहां पोल लगे भी हैं तो काफी जर्जर हाल में हैं। पार्षद से कई बार शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं निकलता नजर आ रहा है।

आवारा पशु

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वार्ड में एंट्री करते ही आवारा पशुओं का झुंड नजर आया। मोहल्ले की सीमा ने बताया कि आवारा व छुट्टा पशु भी एरिया की बड़ी समस्या हैं। सड़कों पर घूमते जानवरों के चलते राहगीरों को आए दिन मुसीबत झेलनी पड़ती है। छोटे बच्चे तो डर के मारे घरों से ही नहीं निकलते। सीमा ने बताया कि उनकी बेटी कल्पना को पिछले दिनों सांड़ के हमले में बाल-बाल बची थी। एरिया के लोगों ने पार्षद से कई बार इस संबंध में बात की लेकिन आवारा जानवरों की बढ़ती तादाद पर अंकुश नहीं लग सका है।

पब्लिक डिमांड

1- नालियों का निर्माण कार्य पूरा कराया जाए।

2- जर्जर सड़कों का मरम्मत के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।

3- सभी गलियों की सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।

4- कूड़ा फेंकने के लिए जगह-जगह कूड़ादान रखवाया जाए।

5- नालों पर हो रहे अवैध कब्जे पर जिला प्रशासन कार्रवाई करे।

वार्ड बोलता है

सड़कों की मरम्मत काफी समय से नहीं हुई है। खराब रास्तों पर ही चलना लोगों की मजबूरी बन गई है। इसके लिए पार्षद से शिकायत करने के बाद भी कोई फायदा नजर नहीं आता है।

- राजेंद्र यादव, प्रोफेशनल

ताड़ीखाना से लेकर अकोलवा तक की सड़क बहुत खराब है। कई बार पार्षद से शिकायत की गई। लेकिन जल्द टेंडर होने की बात कह उन्होंने केवल आश्वासन दे टाल दिया।

- मोनू, स्टूडेंट

कूड़ा पड़ाव केंद्र नहीं है। खाली पड़े प्लॉट में कूड़ा फेंका जाता है। डस्टबिन की व्यवस्था होनी चाहिए। पार्षद से शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती है।

- अजय, बिजनेसमैन

नालों को पाटकर मकान बन गए हैं। कई बार शिकायत किए जाने के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। प्रशासन को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।

- बबलू, बिजनेसमैन

जवाब दो पार्षद जी

रिपोर्टर - वार्ड में सड़कों का बुरा हाल है। इनकी मरम्मत क्यों नहीं करवाई जा रही?

पार्षद - सड़कों की मरम्मत के लिए प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए बहुत जल्द टेंडर निकाला जाएगा।

रिपोर्टर - नालों पर अवैध निर्माण से वार्ड में जल निकासी नहीं हो पा रही। आपने इसके लिए क्या किया?

पार्षद - अवैध कब्जे को लेकर कई बार प्रशासन से शिकायत की जा चुकी है। लेकिन कोई भी अधिकारी संज्ञान नहीं ले रहा है। अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में काफी दिक्कतें होंगी।

रिपोर्टर - कई मोहल्लों में बिजली के खंभे तक नहीं हैं। इस दिशा में क्या किया जा रहा है?

पार्षद - हां, यह समस्या है। बिजली के खंभों के लिए हम लगातार बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर के संपर्क में हैं। बहुत जल्द समस्या दूर हो जाएगी।

रिपोर्टर - वार्ड में आवारा पशुओं की तादाद काफी अधिक है। आए दिन कोई न कोई इनकी चपेट में आ जाता है। इसके लिए क्या किया जा रहा है?

पार्षद - इसके लिए बार-बार हम लोग नगर निगम को शिकायत करते हैं। लेकिन नगर निगम प्रशासन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा।