- लगातार हो रही बारिश से पुल के दूसरे छोर पर हुआ भूमि कटाव

-जल्द कदम न उठाए गए तो पुल के गिरने की है संभावना

-स्थानीय ग्रामीणों में दहशत, खुद जेसीबी लेकर सौंग नदी में उतरे ग्रामीण

DEHRADUN: देहरादून रायपुर के सौडस सरोली गांव के पास स्थित क्म् गांवों को जोड़ने वाला पुल खतरे की जद में है। स्थिति यह है कि पुल को नुकसान पहुंचा तो कई गांव जलमग्न हो सकते हैं। पुल को खतरे में देख ग्रामीणों में दहशत है। खुद ग्रामीण जेसीबी की मदद से सौंग नदी की धारा बदलने की जुगत में लगे हैं। इधर, हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री के ओएसडी धीरेंद्र पंवार भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता को तत्काल प्रभाव से जेसीबी लगाकर सौंग नदी की धारा को डायवर्ट करने के आदेश ि1दए हैं।

पुल के नीचे कई मीटर कटाव

दून के रायपुर से दो किमी दूरी पर सौंग नदी पर दून का सबसे लंबा पुल का निर्माण क्999 में हुआ था। पुल की देख-रेख न हो पाने से पुल कभी भी भरभरा कर गिर सकता है। साफ है कि इससे करीब क्म् गांवों की कनेक्टिविटी भी कट सकती है। स्थानीय लोगों के मुताबिक शनिवार रात को हुई मूसलाधार बारिश के कारण पुल के दूसरी छोर का करीब ख्0 मीटर हिस्सा बहाव में कट गया। अब एक-दो मीटर ही पुल के बुनियाद का हिस्सा बचा है।

खुद सौंग नदी में उतरे लोग

पुल के बुनियाद का एक हिस्सा भूमि कटाव के कारण बहने से स्थानीय लोगों में दहशत है। डरे, सहमे लोगों सुबह मौके पर पहुंचे और अपने प्रयासों से नदी की दूसरी तरफ बहाव को रोकने के लिए प्रयास में जुट गए। लोगों ने खुद ही तीन जेसीबी मंगाकर नदी का बीचोंबीच बहाव करने का प्रयास किया। सूचना पर पहुंचे मुख्यमंत्री के ओएसडी धीरेंद्र पंवार भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता को फोन कर तत्काल प्रभाव से जेसीबी लगाकर नदी के धारा को बदलने के लिए निर्देश्ा दिए।

क्म् गांवों को जोड़ता है पुल

स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले से ही इस बावत सिंचाई विभाग के अधिकारियों को अवगत करा दिया था, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने अनसुनी कर दी। ग्रामीणों के मुताबिक तेज बारिश के कारण पुल का दूसरा हिस्सा टूटता है तो नदी का बहाव गांवों की तरफ मुड़ जाएगा। जिससे कई गांवों में खतरा बढ़ सकता है। इसकी जद में सौडा सरोली के अलावा भूपालपानी, बडासी, धन्याड़ी, कालीमाटी, थानों व धारकोट जैसे गांव शामिल होंगे। रायपुर से जौलीग्रांट जाने वाला मार्ग प्रभावित हो सकता है।

पुल खतरनाक स्थिति में है। पुल को नुकसान पहुंचने के बाद कई गांवों को खतरा हो सकता है। लेकिन शासन प्रशासन व सिंचाई विभाग का कोई अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।

डीएस रावत, सौडा सरौली।

समय रहते इस पुलिस के खतरे को लेकर परीक्षण करवा लिया जाता तो आज यह नौबत नही आती। पहले ही जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग को इसकी जानकारी दी गई। जो अनसुनी कर दी गई।

सत्यपाल सिंह राणा, प्रधान, सौडा सरौली।

लगातार पुल को खतरा पहुंच रहा है। हालात यह हैं कि एक दो-दिन लगातार बारिश हुई तो पुल को खतरा पहुंचेगा और पास के ही गांव सौडा सरौली को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचेगा।

हेमराज पंवार, सौडा सरौली।

मौके पर पहुंचकर सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को निर्देश दे दिए हैं। पुल व स्थानीय लोगों को खतरा न पहुंचे, इसके लिए जेसीबी की मदद ली जा रही है। जिससे नदी के बहाव को डायर्वट किया जा सके। बरसात खत्म होते ही पुल की सुरक्षा को स्थाई ट्रीटमेंट दिया जाएगा।

धीरेंद्र पंवार, ओएसडी, मुख्यमंत्री।