-आरआर मॉल ध्वस्त करते समय मलबे में दबकर मरे थे चार लोग

-कैंट बोर्ड पर आरोप, लापरवाही से चलाए गए अभियान के चलते हादसा

मेरठ: आरआर मॉल ध्वस्तीकरण के दौरान हुई जनहानि के दोषियों को रक्षा मंत्रालय ने तलब किया है। बुधवार को सीईओ राजीव श्रीवास्तव समेत तीन अन्य आरोपी मंत्रालय पहुंचे। कैंट बोर्ड अधिकारी अपने बचाव में ड्रोन द्वारा बनाई गई वीडियो को लेकर गए तो वहीं मंत्रालय ने भी घटना के संबंध में इनपुट जुटाए हैं।

सीईओ की पेशी

बंगला नंबर 210 बी पर निर्मित अवैध आरआर मॉल को ध्वस्त करने के दौरान दुकानदार दीपक शर्मा समेत 4 लोगों की मौत हो गई थी। प्रकरण में मृतक के भाई जितेंद्र की तहरीर में पुलिस ने सीईओ राजीव श्रीवास्तव समेत पांच अफसरों को दोषी करार देते हुए हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। एक आरोपी सीईई अनुज सिंह को पुलिस ने जेल भेज दिया है। मामला आर्मी से जुड़ा होने से पुलिस आरोपियों को पकड़ने से गुरेज कर रही थी तो वहीं मुआवजा की रकम बंटने से आक्रोश भी शांत हो गया।

मंत्रालय ने बैठाई थी जांच

हादसे के बाद जहां देश में घटनाक्रम की कड़ी निंदा हुई तो वहीं रक्षा मंत्रालय ने इस प्रकरण में कैंट बोर्ड की भूमिका की पड़ताल के लिए जांच बैठा दी थी। बुधवार को मंत्रालय के आदेश पर ही सीईओ राजीव श्रीवास्तव एवं तीन अन्य एई पीयूष गौतम, जेई अवधेश यादव, अरविंद अपना पक्ष रखने के लिए मंत्रालय पहुंचे।

पांच अगस्त को सुनवाई

आरआर मॉल ध्वस्तीकरण के दौरान हुए हादसे के आरोपी सीईई अनुज सिंह की जमानत याचिका पर 5 अगस्त हो सुनवाई होगी। जिला जज कोर्ट में बुधवार को इस प्रकरण पर सुनवाई होनी थी। जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए जज ने आगे की तारीख दे दी है।

अधिकारी जुटा रहे तथ्य

कैंट बोर्ड के अधिकारियों द्वारा प्रॉपर रिस्पांस न देने से जिला प्रशासन की जांच प्रभावित हो रही है। बुधवार को जांच अधिकारी एडीएम एफआर गौरव वर्मा तथ्यों को जुटाने के लिए कैंट बोर्ड जा रहे थे कि सूचना मिली सीईओ समेत अफसर दिल्ली गए हुए हैं। एडीएम ने बताया कि जल्द ही कैंट बोर्ड से जांच संबंध तथ्य जुटाकर रिपोर्ट डीएम को सबमिट की जाएगी।