- पार्सल रिसीव करते वक्त सरकारी कर्मचारी नहीं कर रहे डिजिटल सिग्नेचर

BAREILLY:

पार्सल सही एड्रेस पर पहुंचाने के लिए डाक विभाग की डिजिटल सिग्नेचर व्यवस्था सरकारी विभागों को रास नहीं आ रही है। डाकिये गवर्नमेंट ऑफिसेज में डाक रिसीव करा रहे हैं, तो कर्मचारी डिजिटल सिग्नेचर करने से मना कर दे रहे हैं। ऐसे में, डाकिये को डाक रिसीव कराने के लिए घंटों मान-मनौव्वल करनी पड़ रही है।

कर्मचारी करते हैं बहाना

डाकियों की माने तो, विकास भवन, डीआईओएस, बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय में डिजिटल डाक रिसीव करने में परेशानी उठानी पड़ रही है। दूसरे की सीट की डाक होने का बहाना बनाकर डिजिटल सिग्नेचर करने से कर्मचारी मना कर देते हैं। जब अधिकारी से इस बात की शिकायत की जाती है तो आगे से डिजिटल सिग्नेचर नहीं करूंगा, यह कहकर डाक रिसीव करते हैं। इससे मोदी के डिजिटल इंडिया स्कीम को सरकारी विभागों के कर्मचारी ही फेल करने में लगे हैं।

यह है व्यवस्था

प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया स्कीम को बढ़ावा देते हुए डाक विभाग ने रजिस्ट्री व स्पीड पोस्ट की हाईटेक डिलीवरी करने के लिए यह व्यवस्था शुरू की। इससे डाक गायब होने की समस्या को खत्म करने का प्रयास किया गया। डाकियों के एंड्राएड मोबाइल में सॉफ्टवेयर लोड किया गया। सॉफ्टवेयर के रिमार्क ऑप्शन में मोबाइल स्क्रीन पर कस्टमर्स द्वारा फिंगर से डिजिटल सिग्नेचर करते ही प्रेषक के पास डाक डिलीवर होने की जानकारी पहुंचने की व्यवस्था की गई।

जिन सरकारी विभाग के कर्मचारी डिजिटल सिग्नेचर करके रजिस्ट्री व स्पीड पोस्ट प्राप्त नहंी कर रहे हैं। उनके अधिकारियों को डिजिटल डाक रिसीव करने के लिए पत्र भेजा जाएगा।

रामेश्वर दयाल, प्रवर अधीक्षक डाक