दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की डिबेट में लोगों ने रखी अपनी राय

ALLAHABAD: जोड़े आसमान में बनते हैं और शादी धरती पर होती है। बात यहीं खत्म नहीं होती। अब शादी का रजिस्ट्रेशन भी जरूरी होगा। प्रूफ के तौर पर रजिस्ट्रेशन सरकारी फाइलों में दर्ज होगा। योगी सरकार के फैसले पर जनता ने भी मुहर लगा दी है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की डिबेट में शामिल लोगों का कहना है कि नियम पहले ही लागू हो जाना चाहिए था। इससे विवाह में पारदर्शिता आएगी और सही लोगों को योजनाओं का लाभ मिलेगा।

सभी धर्मो के लिए बेहतर नियम

लोगों का कहना है कि हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख, इसाई सभी को इस नियम में शामिल करना अच्छा फैसला है। सभी धर्मो के विवाह को समान मान्यता मिलनी चाहिए। अगर किसी ने शादी की है तो उसे सरकारी दस्तावेजों में दर्ज कराने में क्या बुराई है। अगर भविष्य में कोई दिक्कत होती है तो यह रिकार्ड हेल्पफुल साबित होगा। कोई रजिस्ट्रेशन नहीं कराता तो उसके खिलाफ कार्रवाई का नियम बनाया जाए।

महिलाओं के लिए खुशी की बात

लोगों ने कहा कि अभी तक विवाह आदि में पुरुष को महत्व दिया जाता था। महिलाएं पहचान की मोहताज थीं। इस नियम से उनकी पहचान उजागर होगी। सरकारी दस्तावेजों में भी उनकी वैधता को बढ़ावा मिलेगा। अगर कोई पत्‍‌नी के साथ अन्याय करता है तो रजिस्ट्रेशन उन्हें न्याय दिलाने में काम आएगा। इसके अलावा जमीन खरीद, पासपोर्ट, वीजा, सरकारी नौकरी आदि में सरकारी योजनाओं का लाभ उचित जोड़ों को ही मिलेगा।

सरकार का यह अच्छा फैसला है। इसका सम्मान करना चाहिए। दूसरे प्रदेशों की तरह यूपी में भी विवाहित जोड़ों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा, इससे उनको भविष्य में लाभ मिलेगा।

रवि खन्ना

लोग समझदार हैं। अपना अच्छा-बुरा समझते हैं। उन्हें पता है कि विवाह रजिस्ट्रेशन कराने से क्या लाभ और नुकसान होना है। यूपी सरकार का फैसला है तो समर्थन किया जाएगा।

इरशाद अहमद

सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से जनता की भलाई के लिए कई बेहतर योजनाएं लांच की जा रही हैं। अगर वह चाहते हैं कि विवाहित जोड़े रजिस्ट्रेशन कराएं तो कराना चाहिए।

महेश प्रताप

यह नियम सपा सरकार में ही बनने वाला था लेकिन किन्ही कारणवश पूर्व सीएम ने लागू नहीं किया। फैसले से निश्चित तौर पर महिलाओं का सम्मान और पहचान बढ़ेगी।

मो। सैफ

वाकई यह सही है। नियम महिलाओं को उनके हक और सम्मान दिलाएगा। अभी तक पुरुष ने नाम से महिलाओं की पहचान होती थी, अब उनका नाम भी सरकारी फाइलों में दर्ज होगा।

आशीष टंडन

ऐसी बहुत सी योजनाएं हैं जिनका लाभ विवाहितों को ही मिलता है। इनका लाभ लेने के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा। इससे योजनाओं के नाम पर फर्जीवाड़ा बंद होगा।

अंकित टंडन

अभी तो फैसला लागू हुआ है। आगे चलकर पता चलेगा कि इसके पीछे सरकार की क्या मंशा है। दूसरे प्रदेशों को देखते हुए यूपी विवाह रजिस्ट्रेशन नियम लागू करना अच्छा फैसला है।

शमशेर अहमद

यह नियम काफी पहले बन जाना चाहिए था लेकिन देर आए दुरुस्त आए। यह सभी धर्मो के लिए बना नियम है जो कि योगी सरकार का बेहतर फैसला है।

मनीष वर्मा