RANCHI: मरीजों को जांच कराने के लिए इंतजार न करना पड़े। इसके लिए सरकार ने पीपीपी मोड पर हेल्थमैप को रेडियोलॉजी की जांच करने का जिम्मा सौंपा है। लेकिन, यहां रेडियोलॉजिस्ट के नहीं रहने के कारण मरीजों का चार-चार घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। इस बीच कोई मरीज दर्द से तड़प रहा है तो कोई सेंटर के बाहर स्ट्रेचर पर पड़े-पड़े डॉक्टर के आने का इंतजार कर रहा है। इसके बावजूद हेल्थ मैप के अधिकारी मरीजों की परेशानी समझने को तैयार नहीं है। वहीं, रिपोर्ट भी देर शाम जारी करने की शिकायतें मिल रही हैं।

मैडम आएंगी तो हो जाएगा

हेल्थ मैप में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए सुबह 8 बजे मरीजों ने नंबर लगाया था। इसके बाद क्ख्.फ्0 तक मरीज डॉक्टर का इंतजार करते रहे। पूछने पर बार-बार स्टाफ ने इतना ही कहा कि मैडम आएंगी तो हो जाएगा। इस बीच मरीज दर्द से परेशान थे। वहीं कुछ पेशेंट सेंटर के बाहर स्ट्रेचर पर ही अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।

क्या कहते हैं परिजन

पिताजी को गॉल ब्लैडर में डॉक्टरों ने स्टोन बताया था। लेकिन रिम्स में जब जांच कराया तो उसमें कुछ नहीं आया। इसलिए कंफर्म कराने के लिए हेल्थमैप में टेस्ट कराना था। लेकिन यहां तो डॉक्टर का पता ही नहीं है। आखिर मरीज टेस्ट कराने कहां जाएगा।

राजीव रंजन

सुबह आठ बजे ही बेटी के अल्ट्रासाउंड के लिए नंबर लगाया था। लेकिन ब् घंटे बाद तक टेस्ट ही नहीं किया जा रहा है। एक मैडम सेंटर में बैठी है लेकिन वह भी कुछ नहीं बता रही है। आखिर हमलोग जल्दी टेस्ट के लिए आए थे। लेकिन यहां तो देरी ही हो रही है। बच्ची भी दर्द से परेशान है।

संध्या सिंह

वर्जन

रेडियोलॉजी की डॉक्टर मरीजों का सिटी स्कैन करती है। और वहां से जब फ्री होती है तो अल्ट्रासाउंड के लिए आए मरीजों का टेस्ट हो जाता है। चूंकि सोनोग्राफी के लिए ख् बजे के बाद परमानेंट डॉक्टर आते है। ऐसे में हो सकता है कि कुछ परेशानी हुई हो। लेकिन हमलोग मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे है।

-मोहित, स्टेट हेड, हेल्थमैप