दम्पत्ति की निर्मम हत्या, बेड पर मिली बॉडी, हड़कंप, कारण अज्ञात

क्षेत्र पंचायत सदस्य थी मृतक, दोनो बच्चे घर पर नहीं थे मौजूद

कारण अज्ञात, विधायक के समर्थकों की करतूत पर भड़की पब्लिक

मऊआइमा की क्षेत्र पंचायत सदस्य और उनके पति की बुधवार की रात निर्मम हत्या कर दी गई। घटना के वक्त गर्मी के चलते दोनों घर के बाहर लगे पेड़ के नीचे सो रहे थे। सुबह इस घटना की जानकारी होने पर पब्लिक भड़क उठी। आनन-फानन में एसएसपी, एसपी गंगापार के साथ कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। मृतकों के परिवार के साथ संवेदना जताने पहुंचे विधायक के समर्थकों की हरकत से वहां मौजूद जिला पंचायत सदस्य के समर्थक भड़क उठे तो मौके पर पीएसी बुलानी पड़ गई। अफसरों की कोशिश के बाद दोपहर बाद दोनो की बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजा जा सका। इस मामले में मृतक के भाई की तरफ से अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। हत्या के कारणों को लेकर न पुलिस कुछ बताने की स्थिति में थी और न ही परिवार के सदस्य।

पट्टे की जमीन पर बनवाया था मकान

मामला सोरांव थाना क्षेत्र के बड़गांव कलन्दरपुर का है। यहां के रहने वाले जिया राम पटेल के दो बेटे हैं। एक बेटे जितेन्द्र पटेल ने पट्टे पर मिली जमीन पर मकान बनवा लिया था और वह कलन्दरपुर मोड़ के पास रहने लगा था। इसी से लगा उसका खेत भी है। जितेन्द्र की शादी हरिसेनगंज की रहने वाली संतोषी कुमारी पटेल के साथ हुई थी। दोनो गांव की राजनीति में भी दिलचस्पी रखते थे। इसी के चलते महिला सीट होने के चलते संतोषी ने क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर किस्मत आजमाई थी और जीत भी हासिल की थी। इन दोनों के दो बच्चे धीरज और नीरज हैं। धीरज पढ़ाई के चक्कर में शहर में रहता है और नीरज इन दिनों ननिहाल हरिसेनपुर गया था।

किसी को भनक भी नहीं लगी

फाफामऊ-सहसो रोड पर स्थित कलन्दरपुर मोढ़ पर अब आबादी निवास करने लगी है। इसी के पास जितेन्द्र ने अपना आवास बनवाया था। बुधवार को गर्मी ज्यादा होने के चलते पति-पत्‍‌नी घर के पिछवाड़े में स्थित नीम के पेड़ के नीचे अलग-अलग चारपाई पर सो रहे थे। उन पर हमला भी इसी स्पॉट पर हुआ। लेकिन, दोनों की चीख किसी ने नहीं सुनी। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि हत्यारे फुल प्रूफ योजना के साथ आए थे। अलग बात है कि इसके बाद भी यह स्पष्ट नहीं हो सका है हत्या करने वालों का मकसद क्या था? हत्या किसी ने कराई है तो क्यों और किसी ने व्यक्तिगत रंजिश के चलते की है तो वह किस बात को लेकर थी? रिपोर्ट दर्ज कराने वाले जितेन्द्र के भाई बनवारी का कहना था कि उनकी किसी से कोई रंजिश नहीं थी।

ब्लाक प्रमुख की प्रस्तावक थी

मृतका संतोषी कुमारी पटेल अपना दल कृष्णा गुट की सक्रिय सदस्य थी। उसके घर से मिला परिचय पत्र हालांकि पिछले साल जुलाई में एक्सपायर हो चुका है। सूत्रों के अनुसार जितेन्द्र की ब्लाक प्रमुख सुधीर मौर्या से नजदीकी थी। इसी के चलते संतोषी ब्लाक प्रमुख के चुनाव में सुधीर की प्रस्तावक बनी थी। सुधीर ने चुनाव में मार्च में मौत के घाट उतार दिए गए पूर्व ब्लाक प्रमुख मो। शमी को पराजित किया था।

विधायक के बोल पर समर्थकों ने बजाई ताली

घटना की सूचना मिलने पर क्षेत्रीय विधायक डॉ। यमुना पटेल मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई और घोषणा की कि निधि से मुआवजा दिए जाने का कोई प्रावधान होगा तो वह दस लाख रुपए अपनी निधि से देंगे। विधायक के इस बोल पर समर्थकों ने ताली बजायी तो वहां मौजूद जिला पंचायत सदस्य सुरेन्द्र चौधरी और उनके समर्थक भड़क गए। उन्होंने लाश पर राजनीति बंद करने को कहा। इससे दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति बन गई। यह जानकारी होते ही अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में आसपास के थानों की फोर्स के साथ पीएसी बुला ली गई। पुलिस ने किसी तरह से दोनों पक्षों को अलग कराया।

शासन को भेजेंगे मुआवजे का प्रस्ताव

घटना के बाद मौके पर जुटे ग्रामीणों ने पुलिस को बॉडी उठाने से रोक दिया। उन्होंने पुलिस को मौके पर बुलाने की मांग की और कहा कि तब तक डीएम नहीं आते बॉडी नहीं उठने दी जाएगी। इसके बाद मौके पर एसडीएम दयाशंकर पाठक पहुंचे। उन्होंने डीएम की व्यस्तता की जानकारी पब्लिक को दी और कहा कि मृतक के नाम जमीन थी लिहाजा उसे कृषक दुर्घटना बीमा का लाभ मिलेगा। पांच लाख रुपए की यह धनराशि उसके बच्चों को जल्द से जल्द दिलाने की कोशिश होगी। 50 लाख रुपए मुआवजा की मांग पर उन्होंने कहा कि वह डीएम के जरिए प्रस्ताव सीएम तक पहुंचा देंगे। वहां से मंजूरी आने के बाद ही मुआवजे की रकम दी जा सकेगी।

परिवार के सदस्य कारणों के बारे में कुछ बता नहीं पा रहे हैं। पुलिस टीम लगा दी गई है जो जल्द से मामले का खुलासा करते हुए अपराधियों को गिरफ्तार करेगी।

आनंद कुलकर्णी

एसएसपी

भाई की तरफ से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में किसी को नामजद नहीं किया गया है। फोरेंसिक एक्सप‌र्ट्स को साक्ष्य जुटाने के लिए बुलाया गया था। पूरी कोशिश है कि घटना जल्द से जल्द खुल जाए।

सुनील कुमार सिंह

एसपी गंगापार

मृतक के नाम जमीन है। उसे किसान दुर्घटना बीमा का लाभ शीघ्र दिलाया जाएगा। इसके अलावा मुआवजे के लिए प्रस्ताव को डीएम के माध्यम से सीएम तक भेजा जाएगा।

दयाशंकर पाठक

एसडीएम सोरांव

मृतक के परिवार वालों को मुआवजे के रूप में 50 लाख रुपए, दस बीघा जमीन, परिवार के एक सदस्य को नौकरी और शस्त्र लाइसेंस मिलना चाहिए। निधि से देने की व्यवस्था होगी तो दस लाख रुपए विधायक निधि से दूंगा।

डॉ यमुना सरोज

विधायक, सोरांव

गंगापार में दोहरी हत्या

1. नवागबंज थाना क्षेत्र के जुड़ापुर शहाबपुर गांव के रहने वाले मक्खन लाल, उनकी पत्‍‌नी और दो बेटियों की निर्मम हत्या इसी साल अप्रैल महीने में हुई थी। मृतक की बेटी के साथ बलात्कार भी हुआ था। इस मामले में नामजद रिपोर्ट दर्ज हुई थी। बाद में पुलिस ने दोबारा खुलासा किया और नामजद लोग मुकदमे से बरी हो गए। मृतक के परिवार के शेष बचे सदस्य अब भी पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं।

2. पडि़ला महादेव में दम्पत्ति और उनकी बेटी को जिंदा फूंक दिया गया। यह घटना पिछले साल सामने आई थी। इस मामले का खुलासा पुलिस ने इसी साल किया तो पता चला कि मृतक बिहार के मूल निवासी थे। मर्डर रेप को राज बनाने के लिए किया गया था।

3. खुशहाल का पुरा में स्कूल के प्रबंध समिति कमेटी से जुड़े पिता और पुत्री की निमर्म हत्या। यह घटना भी पिछले साल हुई थी। कारण अज्ञात

4. भावापुर में दम्पति की बेरहमी से की गई हत्या। कारण अज्ञात

5. खेमानंदपुर में दो महिलाओं की हत्या। इसमें एक सिपाही की पत्‍‌नी थी। कारण अज्ञात

6. भावापुर में पति पत्‍‌नी को मौत के घाट उतार दिया गया

7. लहरा तिवारीपुर में दम्पति की हत्या।