-चौक पुलिस व एसटीएफ ने सर्विलांस के जरिए बेनियाबाग से दबोचा

-नशीली गोलियां व धमकी देने में प्रयुक्त मोबाइल फोन बरामद

-अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन को दी थी धमकी

VARANASI

प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष और दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री शकील अहमद बबलू को धमकी देने वाला कोई इनामी नहीं बल्कि नशेड़ी निकला। एसटीएफ और चौक पुलिस ने सर्विलांस के जरिए शनिवार की शाम बेनिया पार्क से उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से नशीली गोलियां और धामकी में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है।

इनामी के नाम का इस्तेमाल

चौक इंस्पेक्टर अजीत मिश्रा ने बताया कि प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष को धमकी देने के मामले में गिरफ्तार दशाश्वमेध थाना के हौज कटोरा निवासी सोनू अरोड़ा नशे का आदी है। नशे की लत को पूरी करने के लिए लोगों को डरा-धमकाकर रुपये हासिल करता था। इसके लिए वह भ्0 हजार के इनामी बदमाश सोनू के नाम का इस्तेमाल करता था। जो उसके अरदब में आ जाता उससे पांच-दस हजार रुपये हासिल कर लेता था। इन रुपये से वह दारू पीने के अलावा ड्रग भी लेता है।

नशे में मांग बैठा रंगदारी

नशे की लत को पूरा करने के लिए सोनू ने राज्य मंत्री शकील अहमद बबलू से ही रंगदारी मांग ली। उसने दो मोबाइल नंबरों से एसएमएस व कॉल कर पैसे मांगे और जान से मारने की धमकी दी। राज्यमंत्री ने इसकी जानकारी पुलिस के आला अधिकारियों के साथ ही प्रदेश सरकार के मंत्री को दी। इससे पुलिस के साथ ही प्रदेश सरकार में हड़कम्प मच गया। धमकी देने वाले को दबोचने के लिए पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी। धमकी देने वाले के मोबाइलको सर्विलांस पर लगाया गया तो उसकी लोकेशन चौक इलाके में मिली। पुलिस ने लगातार उसे टै्रस करते हुए बेनियाबाग से गिरफ्तार कर लिया।

अलग-अलग तरीके से मांगता रुपये

गिरफ्तार सोनू अरोड़ा के खिलाफ दशाश्वमेध थाने में दो मामले दर्ज हैं। राज्यमंत्री को धमकी देने के मामले में पुलिस व एसटीएफ मान कर चल रही थी कि धमकी देने वाला इनामी सोनू सिंह है। उसके दोनों नंबरों को सर्विलांस पर लिया गया तो उसके बारे में जानकारी मिली। सोनू का कहना है कि मंत्री उसे जानते है और उसे पैसा भी दे चुके है। लेकिन नशे की लत में उसने मंत्री को धमकी भरा एसएमएस और कॉल कर दिया और खुद का नाम सोनू सिंह बोलकर एक बड़ा जाल बुन दिया। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि पैसा खत्म हो गया था इसलिए रंगदारी की मांगी। सोनू नशे के लिए अलग-अलग तरीके से रुपये की मांग करता था। वह किसी से बीमार पत्नी के इलाज के नाम पर भी धमकी देकर पैसे मांग लेता था और उसे नशे में खर्च कर देता था।