-मसूरी-धनोल्टी मार्ग का पुश्ता ढबने से एक की मौत, मकान टूटा

- पहाड़ी नदियां उफान पर, शारदा का जलस्तर बढ़ने से राफ्टिंग बंद

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DEHRADUN: राज्य में मानसून ने अभी दस्तक नहीं दी है, लेकिन प्री-मानसून की बारिश ने ही लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। रविवार देर रात राज्य में मूसलाधार बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। मसूरी के पास धनोल्टी मार्ग पर पुश्ता ढहने से एक मकान ध्वस्त हो गया, हादसे में एक किशोरी की मौत हो गई। इस मार्ग पर आवाजाही बंद करा दी गई है। चमोली के गैरसैण में मलबा गिरने से बरसाती नदी में झील बन गई है।

पुल बहने से कटा संपर्क

रविवार देर रात से सोमवार की सुबह तक मूसलाधार बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में बरसाती नदियां पूरे उफान पर हैं। रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि में फोल्डिंग पुल बहने के कारण दर्जनों गांवों का इस कस्बे से संपर्क कट गया है। कुमाऊं में शारदा नदी का जलस्तर बढ़ने से क्भ् सितंबर तक के लिए राफ्टिंग बंद कर दी गई है। इसके अलावा गैरसैंण ब्लॉक के माईथान क्षेत्र में खंसर गाड (बरसाती नदी) में पहाड़ी से हुए भूस्खलन का मलबा आने से झील बन गई है। जिससे इलाके में दहशत का माहौल है। चमोली के जिलाधिकारी आशीष जोशी ने बताया कि एसडीएम को मौके पर निरीक्षण के लिए भेजा गया है। उत्तरकाशी में भी भूस्खलन के कारण यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर एक घंटे यातायात बाधित रहा। मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड में अगले दो दिन भारी बारिश की संभावना है, इस दौरान विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।