-पुलिस के मैनुअल और अप्लीकेशन डाटा में मिला काफी अंतर

-एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को डाटा ठीक करने के दिए निर्देश

BAREILLY: यूपी इलेक्शन को शांतिपूर्ण तरीके से निपटाने के लिए मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट को फालो कराने के लिए पुलिस के द्वारा प्रिवेंटिव एक्शन लिए जा रहे हैं। रोजाना की गई कार्रवाई का डाटा मैनुअली जाने के साथ-साथ यूपी असेंबली इलेक्शन के एप में भी फीड किया जाता है। पिछले कुछ दिनों से मैनुअल और अप्लीकेशन के डाटा में अंतर पाया जा रहा है। इसकी वजह से अधिकारियों की परेशानी बढ़ी हुई है। एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को डाटा के अंतर को जल्द से जल्द ठीक करने के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी सीओ की मीटिंग भी मैनुअल और एप के डाटा के साथ काल की है।

इलेक्शन ऑफिस से मैनुअली डाटा हो रहा फीड

मैनुअली डाटा फीडिंग का काम इलेक्शन ऑफिस में हो रहा है। इलेक्शन ऑफिस में तैनात पुलिसकर्मी डेली रात में सभी थानों से डाटा कलेक्ट कर रिपोर्ट तैयार करते हैं। सभी जिलों से रिपोर्ट डीआईजी ऑफिस जाती है और फिर डीआईजी ऑफिस से रिपोर्ट को आईजी ऑफिस भेजा जाता है। इसी तरह से चुनाव आयोग को डाटा पहुंच जाता है। इसके अलावा अप्लीकेशन पर डाटा फीडिंग का जिम्मा थाना पुलिस का है। थाने से भी रोजाना अप्लीकेशन पर डाटा फीड किया जा रहा है।

सभी का डाटा हो रहा मिसमैच

बरेली में मैनुअली 107 व 116 के तहत 35470 को बाउंडडाउन किया गया है लेकिन अप्लीकेशन में यह डाटा 35001 फीड हुआ है। इसी तरह से ऑ‌र्म्स मैनुअली 20711 डिपॉजिट हुए हैं। जबकि अप्लीकश्ेान में 20043 डाटा फीड किया गया है। अवैध शस्त्र जहां मैनुअली 132 बरामद हुए हैं जबकि एप में इसकी संख्या करीब 302 है। इसी तरह से शराब जब्ती, एनबीडब्ल्यू, व अन्य लॉ एंड आर्डर के तहत की जा रही कार्यवाई के डाटा में अंतर आ रहा है।

बरेली जोन में आचार संहिता के तहत की गई कार्रवाई

लाइसेंसी शस्त्र जमा-116886

निरोधात्मक कार्यवाई-244513

अवैध शस्त्र जब्त-1111

एनबीडब्ल्यू तामील-1049