- जिला महिला अस्पताल से हटाए गए कर्मचारियों ने गोरखनाथ मंदिर पहुंच दिया सीएम को संबोधित पत्र

- लगाया आरोप, बिना नोटिस कर्मचारियों को कर दिया बाहर, अब रिन्युअल के लिए मांग रहे रुपए

GORAKHPUR: जिला महिला अस्पताल से बिना नोटिस ही 30 अप्रैल को कुछ सफाई कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। इन लोगों ने शनिवार को सीएम को संबोधित पत्र गोरखनाथ मंदिर में दिया। पत्र में कहा है कि नौकरी से निकाल दिए जाने के कारण उनके सामने आर्थिक संकट आ गया है। बच्चे भूखों मरने की कगार पर पहुंच गए हैं। सीएम साहब, हम लोगों के परिवार को बचा लीजिए।

विरोध किया तो भेज दिया जेल

नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों ने कहा है कि इलीगल तरीके से उनकी सेवा समाप्त कर दी गई। जब उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया तो कुछ को जेल भिजवा दिया गया। बाद में रिन्युअल के नाम पर पैसे मांगे जाने लगे। जिन्होंने पैसे दिए उनकी सेवा बरकरार रखी गई है, वहीं जिन्होंने रुपए नहीं दिए, उन्हें निकाल दिया गया। जिनके पास रुपए नहीं हैं, वे कहां से लाएं?

छोटी सी नौकरी थी, वह भी छीन ली

बाहर किए गए सफाई कर्मचारियों ने पत्र में अपनी पीड़ा बयान करते हुए कहा है कि सीएम साहब, छोटी सी नौकरी थी, उसी से घर-परिवार का गुजारा चलता था। अब वह भी छीन गई। जिला महिला अस्पताल के बड़े बाबू और सीएमएस रिन्युअल के नाम पर पैसा मांग रहे हैं। पत्र में सीएम से न्याय की गुहार लगाई है। गोरखपुर मंदिर में पत्र देने वालों में अतहर हुसैन, रजिया, उमर, निजाम, मीना, बलवंत प्रसाद, नगमा, ऊषा देवी, राजेंद्र प्रसाद, ममता गौड़ आदि शामिल थे।