- छुट्टियों से पहले ही एटीएम खाली, कैश के बजाए निकल रहीं 'बैलेंस स्लिप'

- सरकारी एटीएम खाली होने पर प्राइवेट बैंक्स के एटीएम पर बढ़ी ओवरलोडिंग

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KANPUR : फाइनेंशियल क्लोजिंग के मद्देनजर सरकारी-प्राइवेट बैंकों ने अपने-अपने एटीएम जरूर फुल कर दिए थे। मगर, फ्क् मार्च की दोपहर तक ही ज्यादातर एटीएम लगभग खाली हो गए। हालत यह है कि एटीएम से अब कैश के बजाय बैलेंस स्लिप और मिनी स्टेटमेंट निकल रहा है। आई नेक्स्ट के पास आ रही शिकायतों के बाद जब टीम ने ट्यूजडे को रियलिटी चेक किया तो मालूम चला कि हालत बहुत ख्ाराब है।

हर एटीएम का यही हाल

स्वरूप नगर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम पर जब आई नेक्स्ट रिपोर्टर पहुंचा तो कई बार ट्राई करने के बाद भी पैसे नहीं मिले बल्कि स्लीप हाथ में आई। कुछ इसी तरह का हाल गुमटी स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम का भी था। वहां खड़े गार्ड से जब आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने बात की तो उसका कहना था कि पैसे खत्म हो गए। नवाबगंज स्थित यूनियन बैंक के एटीएम पर पहुंचते ही वहां खड़े गार्ड ने कह दिया कि पैसे तो सुबह से ही नहीं हैं। दूसरे एटीएम में देख लो। विकास नगर स्थित बैंक ऑफ इंडिया में भी पैसे नहीं सिर्फ स्लिप निकली।

न पैसा निकला और न ही स्लिप

काकादेव स्थित आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम में तो न स्लिप निकल रही थी और न ही पैसे। रावतपुर स्टेशन के पास स्थित एसबीआई के एटीएम के अंदर पहुंचते ही मालूम चला कि कुछ टेक्निकल प्रॉब्लम है, जिसकी सूचना दे दी गई है, लेकिन छुट्टी के चलते किसी का आना मुश्किल है। शिवाजी नगर स्थित ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के एटीएम में पैसे खत्म हो चुके थे। इसके अलावा दर्शनपुरवा, गोविंद नगर, केशव नगर, स्टेशन रोड समेत दो दर्जन से ज्यादा जगहों में लगे एटीएम का रियलिटी चेक किया तो स्थिति बिल्कुल ऐसी ही निकली।

भरे गए थे तीन अरब

एक अप्रैल से पांच तारीख तक के लिए बैंकों के दरवाजे आम ग्राहकों के लिए पूरी तरह से बंद रहेंगे। कस्टमर्स की सहूलियत के लिए बैंकों ने शहर के करीब क्क्भ्0 एटीएम में फ् अरब 7 करोड़ की रकम भरी थी। मगर, हैरानी की बात यह कि ज्यादातर एटीएम से रकम खाली हो चुकी है।

सिर्फ 'बैलेंस स्लिप'

यूपी बैंक इम्प्लॉईज एसोसिएशन के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल सोनकर ने बताया कि सरकारी छुट्टियों की वजह से सरकारी बैंक्स में पैसा नहीं भरा जाएगा। यही वजह रही कि मंगलवार शाम होते-होते एटीएम से सिर्फ बैलेंस स्लिप ही निकलती नजर आई। जिन्हें झल्लाकर कस्टमर्स ने एटीएम चैम्बर में ही फाड़कर फेंक दिया।

प्राइवेट बैंकों में लंबी लाइनें

मीडिया में लगातार बैंक बंदी की खबरें पब्लिश होने का ही असर रहा कि मंगलवार को एटीएम से पैसा निकालने के लिए लोग लाइन में खड़े नजर आए। सरकारी बैंकों के एटीएम खाली होने पर प्राइवेट बैंक्स के एटीएम पर भीड़ टूट पड़ी। मगर, दूसरे बैंक के एटीएम से पैसा निकालने पर क्0 हजार से ज्यादा की रकम नहीं निकाली जा सकी।

ø ग्राहकों को मालूम था कि अप्रैल में एटीएम से भी पैसा नहीं निकलेगा। इसीलिए फ्क् मार्च की शाम तक ज्यादातर एटीएम से पैसा निकाल लिया गया।

- अनिल सोनकर, डिप्टी सेक्रेटरी, यूपी बैंक इम्प्लॉईज एसोसिएशन