- मॉल में आए दिन होती है छेड़खानी, मारपीट और झगड़े

- नवरात्र में भी शोहदों की नजरें लड़कियों पर लगी रहती हैं

Meerut: नवरात्र में हम नौ देवियों को पूजते हैं। नौ दिन उपवास रखते हैं और देवियों का गुणगान करते हैं। घर पर कन्याओं को जिमाने के लिए खोजते हैं, लेकिन आज इन कन्याओं को ही इस दुनिया में गंदी नजरों का शिकार होना पड़ता है। मॉल हो या बाजार, सड़क हो या मोहल्ले हर जगह शोहदों की नजरें लड़कियों को घूरती हैं। वे यह नहीं सोचते जहां देवियों को पूज रहे हैं, वही ये लोग देवी स्वरूप मां-बहन को क्यों ताकते हैं। आखिर ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए। आई नेक्स्ट अपने अभियान 'इज्जत करो' के जरिए प्रयास कर रहा है कि देवी स्वरूप नारी को समाज में अधिकाधिक सम्मान मिले।

पीवीएस मॉल

शास्त्री नगर स्थित पीवीएस मॉल में आए दिन छेड़खानी की घटना होती है। लड़की को लेकर मारपीट और फिर पुलिस केस होता है। इसके चलते पीवीएस मॉल के सामने पुलिस चौकी भी बनवा दी गई। इसके बावजूद छेड़खानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। यहां आने वाले कुछ शोहदे ऐसे हैं, जिनकी नजरें लड़कियों से हटती ही नहीं है। ऐसा ही कुछ मंगलवार को देखने को मिला। जहां खड़े कुछ लड़के आती जाती लड़कियों को घूर रहे थे।

ईरा मॉल

दिल्ली रोड स्थित ईरा मॉल में भी छेड़खानी की घटनाएं कम नहीं होती। यहां तो आए दिन शराब पीकर मनचले छेड़खानी करते, जिसको लेकर झगड़े होते हैं। यहां भी इस छेड़खानी के चलते टीपी नगर पुलिस की एक चौकी बना दी गई। इसके बावजूद लड़के मॉल में कमेंट करने से बाज नहीं आते। नवरात्र चल रहे हैं, लेकिन आज भी यहां खड़े लड़के-लड़कियों पर कमेंट कसने से बाज नहीं आ रहे।

शॉप्रिक्स मॉल

थाना ब्रह्मापुरी एरिया में आने वाला शॉप्रिक्स मॉल भी छेड़खानी की घटनाओं से अछूता नहीं है। यहां आने वाली लड़कियों पर कमेंट और अश्लील हरकतें जैसे मामले सामने आते हैं। जहां कई बार झगड़े हुए और मारपीट तक हुई। कई मनचलों को पकड़कर पुलिस को भी दिया गया। साथ ही कोने पर एक पुलिस चौकी भी बनाई गई। इसके बाद यहां छेड़खानी तो रुकी, लेकिन आज भी लड़कियों पर कमेंट कसने वाले शोहदे खड़े रहते हैं, जो आने जाने वाली लड़कियों पर कमेंट करने से बाज नहीं आते।

डर लगता है

मॉल में शॉपिंग या फिर फिल्म देखने के लिए हम कम ही जाते हैं। वहां लड़के एक तो गलत निगाहों से लड़कियों को देखते हैं और कमेंट करते हैं। जब उनसे कहो तो लड़ने के लिए आते हैं। ऐसे लोगों के लिए नवरात्र भी कोई मायने नहीं रखते। ऐसे लोगों को पकड़कर जेल भेज देना चाहिए।

- डॉ। रजनीश भारद्वाज

हम तो अपने बच्चों के साथ कभी कभार मॉल में चले जाते हैं, लेकिन आजकल का माहौल काफी खराब है। मॉल में तो लड़के आते हैं और छेड़खानी करते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ शिकायत भी करो तो दिक्कत होती है। पुलिस भी कुछ नहीं करती। इनके लिए देवियां भी मायने नहीं रखतीं।

डॉ। अजय अग्रवाल

आजकल नवरात्र चल रहे हैं, लेकिन शोहदे फिर भी नहीं मानते। मॉल में ऐसे युवक छेड़खानी करते हैं। ये अपनी मां-बहन के बारे में नहीं सोचते और न ही इनको देवियों की परवाह है। इनको तो पकड़कर जेल में डाल देना चाहिए। हम भी अपने परिवार के साथ जाते हैं तो डर बना रहता है। पुलिस में भी शिकायत करो तो वह भी कुछ नहीं करती।

- उमा शंकर, स्टूडेंट लीडर

ऐसे युवकों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। मॉल में तो घूमना भी अब परेशानी वाला सीन हो गया है। जहां हमारी मां-बहनों पर गलत नजरें डालने वाले खड़े रहते हैं। इन मनचलों को जेल भिजवा देना चाहिए। अगर कोई ऐसा करता हुआ पाया जाए तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। ताकि हमारी मां-बहन सुरक्षित रहें। इनको तो शर्म भी नहीं आती। इज्जत क्या खाक करेंगे।

गगन सोम, स्टूडेंट लीडर