RANCHI : झारखंड कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल एग्जाम के तहत विशिष्ट पदों के लिए स्पेशल पेपर का एग्जाम लिया जाएगा। इन विशिष्ट पदों के लिए विषय विशेष से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे। इन पदों के अभ्यर्थियों को जेनरल स्टडीज की परीक्षा नहीं देनी होगी, जबकि अन्य सामान्य पदों के अभ्यर्थियों के लिए पीटी और मेन्स में जेनरल स्टडीज की परीक्षा ली जाएगी। कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग ने नियमावली में संशोधन का काम पूरा कर लिया है। इसे अगली कैबिनेट में रखे जाने की उम्मीद है। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन नए सिरे से परीक्षा लेने के लिए फिर से अधियाचना जारी करेगी।
रद कर दी थी अधिसूचना
राज्य सरकार ने इस साल को 1150 पदों पर नियुक्ति के लिए होने वाली कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल एग्जाम रद कर दिया था। अधियाचना रद करने की वजह नियमावली में त्रुटि व सामन्य व विशिष्ट पदों के लिए कॉमन एग्जाम लिए जाने का प्रॉविजन था। इन सभी पदों के लिए अभ्यर्थियों को सिर्फ जेनरल स्टडीज की परीक्षा ली जानी थी, लेकिन इनमें कई ऐसे पद भी थे, जिनके लिए विषय की परीक्षा ली जानी जरूरी समझी गई। ऐसे में मेन्स के पहले ही पूरी परीक्षा प्रक्रिया ही रद करने का सरकार ने फैसला लिया था।
13 महीनों की तैयारी पर फिरा था पानी
कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल एग्जाम के तहत 1150 पदों के लिए लिए दिसंबर 2015 में विज्ञापन जारी किया गया था। 15 फरवरी से 15 मार्च 2016 तक आवेदन लिए गए थे। करीब दो लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। 21 अगस्त 2016 को पीटी आयोजित की गयी। 25 अक्तूबर पीटी का रिजल्ट जारी किया गया था। मेन्स एग्जाम की तिथि 27 नवंबर घोषित की गई थी, लेकिन15 नवंबर 2016 को परीक्षा स्थगित कर दी गई। इसके बाद 4 फरवरी 2017 को नियुक्ति नियमावली में गड़बडि़यों का हवाला देते हुए पूरी परीक्षा प्रक्रिया ही रद कर दी थी।
क्यों वापस ली थी अधियाचना
-पीटी एवं मेन्स के लिए पाठ्यक्त्रम का विषय एक ही रखा गया था, जिसके कारण विशिष्ट पदों के लिए विशिष्ट योग्यता से संबंधित ज्ञान की जाँच नहीं हो पाती। अत: नियमावली पाठ्यक्त्रम में कतिपय संशोधन करना जरूरी था।
-नियमावली में त्रुटि की वजह के विशिष्ट पदों की रिक्तियों के मुकाबले पीटी में 15 गुना उम्मीदवारों का चयन नहीं हो सका था। ऐसे में इनके लिए मेन्स लेना संभव नहीं था।
- सभी पदों के लिए पीटी में जीएस पेपर की ही परीक्षा ली गई थी। विशिष्ट पदों के लिएविशेषज्ञता से संबंधित प्रश्न नहीं होने की वजह से कई पदों के लिए अभ्यर्थी क्वालिफाई नहीं कर सके थे।
-मेन्स के लिए 15231 उत्तीर्ण अभ्यर्थियों में 5301 अभ्यर्थियों की पुनरावृत्ति हुई है। इस पुनरावृत्ति के साथ पंद्रह गुणा परिणाम जारी हुआ है जो विज्ञापन की शर्तो के विरुद्ध था।
अहर्ता को लेकर
झारखंड कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल के जरिए जिन पदों पर बहाली होनी है, उसकी अहर्ता व अन्य एलिजिबिलिटी में किसी तरह का संशोधन नहीं किया गया है। नई नियमावली में पुरानी अधियाचना के ही अहर्ता को शामिल किया गया है। ऐसे में अभ्यर्थियों को इस वजह से कोई परेशानी नहीं होगी।
सिलेबस के मामले में
परीक्षा के सिलेबस में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। सामान्य पदों के लिए जेनरल स्टडीज की परीक्षा ली जाएगी। इसमें पीटी और मेन्स शामिल है, हालांकि, विशिष्ट पदों के लिए संबंधित सब्जेक्ट की परीक्षा ली जाएगी। हालांकि, उन्हें जेनरल स्टडीज की परीक्षा नहीं देनी होगी।
1150 पदों पर होनी है बहाली
सामान्य पद
प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी
प्रखंड कल्याण पदाधिकारी
सहकारिता प्रसार पदाधिकारी
सचिवालय सहायक
अंचल निरीक्षक
श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी
विशिष्ट पद
प्रखंड कृषि पदाधिकारी
सहायक अनुसंधान पदाधिकारी
पौधा संरक्षण निरीक्षक
सांख्यिकी सहायक
मत्स्य प्रसार पर्यवेक्षक
सीनियर ऑडिटर-
उद्योग विस्तार पदाधिकारी
भूतात्विक विश्लेषक
पीएम के नाम लिखा था पत्र
संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा रद किए जाने के विरोध में अभ्यर्थियों ने पीएम मोदी को पत्र लिखा था। इसमें जेएसएससी तथा कार्मिक विभागकी शिकायत की ग थी । संयुक्तस्नातक स्तरीय परीक्षा का हवाला देते हुए अभ्यर्थियों ने कहा था मुख्य परीक्षा की तिथि से 10 दिन पहले पूरी भर्ती प्रक्त्रिया पर सरकार ने रोक लगा दी। इससे छात्रों के 13 महीने की मेहनत पर पानी फिर गया।
हाईकोर्ट पहुंचा मामला
झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन के कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल एग्जाम की अधियाचना बीच परीक्षा के दौैरान वापस करने के खिलाफ अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट में दायर की है। इस मामले पर 24 अप्रैल को सुनवाई हुई, जिसमें सरकार और आयोग से पूरी रिपोर्ट मांगी गई है।
टाइमलाइन
15 फरवरी से 15 मार्च 2016
तक भरे गए थे आवेदन
21 अगस्त 2016
पीटी का हुआ था आयोजन
25 अक्तूबर 2016
पीटी का रिजल्ट जारी
27 नवंबर 2016
मेन्स एग्जाम लिया जाना था
7 नवंबर 2016
रद कर दिया गया मेन्स
4 फरवरी 2017
को रद कर दी गई पूरी पूरी परीक्षा प्रक्रिया